एसपीजी सुरक्षा हटाने पर युवक कांग्रेस का बवाल !

पुणे : समाचार ऑनलाइन – केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की एसपीजी (विशेष सुरक्षा दल) सुरक्षा वापस लिये जाने के विरोध में पुणे शहर युवक कांग्रेस ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन किया. इसके बाद निवासी उप-जिलाधिकारी डॉ. जयश्री कटारे को ज्ञापन सौंपा गया.

सरकार देश के इस इतिहास को नहीं मिटा सकती
युवक कांग्रेस के शहराध्यक्ष विशाल मलके के नेतृत्व में किये गये इस आंदोलन में महासचिव समीर शेख, अक्षय कांबले, संकेत गलांडे, परवेज तांबोली, फैयाज शेख, अभिजीत रोकड़े, अफसान शेख, अवेज शेख, आदिल काजी, आशीष भोसले आदि ने भाग लिया.

इस अवसर पर विशाल मलके ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम व उसके बाद राष्ट्र के लिए बलिदान देने वाले गांधी परिवार के सदस्यों की इस तरह एसपीजी सुरक्षा हटाकर केंद्र की भाजपा सरकार राजनीतिक द्वेष पैदा करने की कोशिश कर रही है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटाये जाने के बाद बम हमले में उनकी जान ली गई. इससे न केवल गांधी परिवार, बल्कि पूरे देश का बड़ा नुकसान हुआ. उनकी अकाल मृत्यु से पूरा देश शोक में डूब गया था. गांधी परिवार का देश के लिए बहुत बड़ा योगदान और बलिदान है और यह किसी को भी नहीं भूलना चाहिए. इंदिराजी और राजीवजी की हत्या हुई. पंडित नेहरू ने भी देश को आजादी दिलाने के लिए बहुत बड़ा बलिदान दिया. कोई भी सरकार देश के इस इतिहास को नहीं मिटा सकती.

जीने का अधिकार अबाधित रखा जाए
मलके ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह के जीवन से खेल रही है. सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ही नहीं, बल्कि देश का हर आम आदमी केंद्र के फैसले के खिलाफ है. इन तीनों नेताओं की एसपीजी सुरक्षा यथावत बहाल की जाए और संविधान द्वारा उन्हें दिया गया जीने का अधिकार अबाधित रखा जाए, वरना आने वाले दिनों में तीव्र आंदोलन किया जायेगा.