स्वत्रंत भारत को संविधान देनेवाले डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नाती डॉ बालासाहेब आम्बेडकर नक्सली हैं तो हां हम भी नक्सली हैं, यह नारा लगाते और डॉ बालासाहेब अंबेडकर के मुखौटे लगाकर यह आंदोलन किया गया। उनपर आरोप याने फुले शाहू आंबेडकर आंदोलन के हर कार्यकर्ता पर किये गए आरोप के समान है। यह आरोप लगानेवाले पुणे पुलिस के सह आयुक्त रविंद्र कदम की रिटायर जज के जरिए जांच कराने की मांग पुणे के जिलाधिकारी से की गई।
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इस अनोखे आंदोलन में सकल मराठी समाज के समन्वयक राजेश खडके, भीम साम्राज्य संगठन के संस्थापक अध्यक्ष गणेश भोसले, वतन बचाओ आंदोलन के सचिव विश्वनाथ गायकवाड, मानवी हक्क महासंघ के अशोक माने, जनता संघर्ष दल के फिरोज मुल्ला, वतन बचाओ आंदोलन के कोषाध्यक्ष सुभाष जाधव, क्रिश्चियन मोमेंट के अमित उतर्यम, मजदूर संघ के अर्जुन ओव्हाल, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रकांत जगधने, भारीपा के अक्षय तायडे, हर्षद कांबले समेत विभिन संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए।
हां हम भी नक्सलवादी, सकल मराठी समाज का अनूठा आंदोलन
पुणे। समाचार ऑनलाइनसकल मराठी समाज द्वारा गुरुवार को पुणे स्टेशन के समीप डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर उद्यान के प्रवेशद्वार पर ‘हां मैं नक्सलवादी’ नाम से अनोखा आंदोलन कर सभी को चौंका दिया गया। असल में पुणे पुलिस बल के एक उच्चाधिकारी ने एड प्रकाश तथा बालासाहेब अंबेडकर को नक्सली बताकर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह आंदोलन उसी के विरोध और डॉ आंबेडकर के समर्थन के लिहाज से किया गया।