पाकिस्तान की बर्बादी शुरू!, चरमराई अर्थव्यवस्था

कराची : समाचार एजेंसी – पुलवामा हमले के बाद से पाकिस्तान की बर्बादी शुरू होती दिख रही है। पहले महंगाई और अब अर्थव्यवस्था चरमराने लगी है। पूरा पाकिस्तान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। इस बीच पाकिस्तान को एक और झटका लगा है। देश का जीडीपी विकास दर 8 साल के निचले स्तर पर आ सकता है। नेशनल अकाउंट कमेटी की ओर से जारी आंकड़ों में यह अनुमान लगाया गया है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि एग्रीकल्चर सेक्टर में आई बड़ी गिरावट और आर्थिक धीमेपन का असर देश की अर्थव्यवस्था पर दिख रहा है। वहीं अर्थशास्त्रियों का कहना है कि मौजूदा समय में पाकिस्तान की हालात बेहद गंभीर है। बता दे कि यह 22वीं बार है जब पाकिस्तान के हालात इतने बदतर हो गए की उन्हें IMF की शरण में जाने को मजबूर होना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की जीडीपी विकास दर 3.3 प्रतिशत रह सकती है। जबकि 2018-19 के लिए उसका विकास लक्ष्‍य 6.2 प्रतिशत था।

IMF ने पाकिस्तान को पैकेज देने के साथ ही उसके सामने कड़ी शर्तें और बेहद मुश्किल लक्ष्य रखे हैं। वर्ष 2019-20 में पेश किया जाने वाला अगला वित्तीय बजट पाकिस्तानी अधिकारियों की वित्तीय रणनीति की पहली अग्निपरीक्षा होगी। इस बजट में राजस्व में बढ़ोतरी, टैक्स में दी जा रही छूट में कटौती, टैक्स प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार जैसे कदमों के जरिए प्राथमिक घाटा जीडीपी का 0.6 फीसदी करने का लक्ष्य पूरा करना होगा। इसके साथ ही पाकिस्तान को अपने खर्च पर भी लगाम लगाना होगा।