आश्चर्यजनक ! 3 वर्षों में 200 अरब लीटर पानी की बचत

पुणे : समाचार ऑनलाईन – किसानों को मात्र पानी की बचत का संदेश ही नहीं दिया बल्कि उसके लिए जरूरी टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराकर उन्हें स्वयं-सहायक बनाने का कार्य महाराष्ट्र व राजस्थान के विभिन्न जिलों में हमने किया। हमने 3 वर्षों में 200 अरब लीटर पानी की बचत की। यह जानकारी इंडस्ट्रीजफ की स्ट्रैटेजिक बिजनेस यूनिट अवना की 22 वर्षीय संस्थापक सीईओ मैथिली अप्पलवार ने सोमवार को यहां दै।

57 देशों को यह कंपनी उत्पाद निर्यात कर रही है
मैथिली ने बताया कि बहुलक प्रसंस्करण (पॉलीमर प्रोसेसिंग) क्षेत्र की एम्बी कंपनी पैकेजिंग, एग्रो पॉलीमर व जल संरक्षण सहित चार वर्टिकल्स में कार्यरत है। 57 देशों को यह कंपनी उत्पाद निर्यात कर रही है। उन्होंने बताया कि कृषि व कृषकों के मसले आधुनिक टेक्नोलॉजी के जरिए हल कर उन्हें गरीबी से उबारना हमारा उद्देश्य है। इसके लिए हम महाराष्ट्र व राजस्थान सरकार के साथ कार्य कर रहे हैं।

नरेंद्र मोदी सरकार ने भी इस साल पानी की बचत का महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किया है और हमारा काम इसे ताकत देने वाला है। सिर्फ ढाई लाख रुपये में 40-50 लाख लीटर पानी 5 साल तक स्टोर रखने वाले हमारे उत्पाद हैं तथा जल-संचय हेतु सिर्फ एक पैसा प्रति लीटर खर्च आता है।उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में पुणे के अलावा अहमदनगर, औरंगाबाद, जालना, परभणी, बीड़, सोलापुर, सांगली, सातारा, कोल्हापुर, जलगांव, बुलढाना, धुलिया, वाशिम, हिंगोली व नासिक तथा राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर, चुरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर व भीलवाड़ा में कुल मिलाकर 200 अरब (बिलियन) लीटर पानी बचाया गया।

30 प्रतिशत इस्तेमाल कम करने की तकनीक भी विकसित की है
उन्होंने बताया कि फिश फ्रेंडली पॉण्ड्स हमारी नई टेक्नोलॉजी है और फिलहाल इसका परीक्षण चल रहा है। यह अगस्त महीने में बाजार में लाई जाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर हमने पानी का 30 प्रतिशत इस्तेमाल कम करने की तकनीक भी विकसित की है। कंपनी के पास 15 पेटेंट हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के सहयोगी ने प्रोडक्ट विकसित किया है। वेयर हाउस में चूहों व घूसों का उत्पात रोकने के लिए रोडेंट रिपेलंट खास प्लास्टिक बनाया गया है।