विमानतल पुलिस ने इंडसड बैंक के 2 अधिकारियों को किया गिरफ्तार
पुणे। एक बुजुर्ग बैंक खाताधारक की मौत के बाद, बैंक अधिकारियों द्वारा उसके बैंक खाते से 2.5 लाख रुपये निकाले जाने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। पुणे की विमानतल पुलिस ने इस मामले में विमानगर में इंडसंड बैंक के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान जुबैर गांधी (34) और अंकिता रंजन (30, दोनों निवासी विमानगर, पुणे) के रूप में की गई है। चंद्रशेखर राजगोपालन (विमानगर निवासी) ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस के मुताबिक, राजगोपालन के पिता का विमानगर में इंडसंड बैंक में बचत खाता है। उनके पिता की वृद्धावस्था और बीमारी के कारण, बैंक की रिलेशनशिप मैनेजर अंकिता रंजन और शाखा प्रबंधक जुबैर गांधी बैंकिंग के साथ उनकी मदद करने के लिए उनके घर गए। उनके पिता का 10 मार्च को निधन हो गया। उसके बाद उन्हें निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड प्रा लिमिटेड इस कंपनी से संदेश मिला। इसमें कहा गया था कि लेनदेन 22 मार्च को पूरा नहीं हो सकता है क्योंकि खाताधारक के हस्ताक्षर जाली थे। इससे राजगोपालन को शक हुआ और उन्होंने फिर बैंक जाकर संबंधित अधिकारियों को संदेश दिखाया। यह पूछे जाने पर कि उनके पिता की मृत्यु के बाद ऐसा संदेश कैसे आ सकता है, उन्होंने अपने पिता के बैंक खाते का विवरण मांगा। तब, यह पाया गया कि उनके पिता के बैंक खाते में केवल 4596 रुपये बचे थे।
राजगोपालन के पिता की मृत्यु के बाद, यह देखा गया कि 24 मार्च को, किसी ने नकली हस्ताक्षर से उनके खाते में से ढाई लाख रुपए निकाल लिए। साथ ही, उनके पिता के बैंक खाते के केवाईसी को बदलने के लिए एक अन्य मोबाइल नंबर का उपयोग किया ताकि मूल मोबाइल नंबर को बदलकर बैंक में किए गए लेनदेन के बारे में जानकारी न मिल सके। निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड प्रा लि के पा के पास राजगोपालन के पिता की मृत्यु के बाद आवेदन प्रस्तुत किया गया था। विमानतल पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज की गई थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि इंडसंड बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्थिति का फायदा उठाया था। इसके अनुसार पुलिस ने बैंक के अधिकारी गांधी और रंजन को गिरफ्तार किया। परिमण्डल चार के पुलिस उपायुक्त पंकज देशमुख, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गजानन पवार के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक मंगेश जगताप मामले की जांच कर रहे हैं।