टल सकता है शीतसत्र…कोरोना को देखते हुए फैसला संभव

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम   केंद्र सरकार से जुड़े सूत्रों की मानें तो दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए इस बार शीतकालीन सत्र टाला जा सकता है और इसे बजट सत्र के साथ जोड़ा भी जा सकता है। ऐसे में अब जनवरी के आखिरी सप्ताह में बजट सत्र के लिए संसद खुल सकती है। हालांकि, सरकार ने संसद के कामकाज के इस नुकसान की भरपाई के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।

देश चलाने के लिए निर्धारित कोरम पूरा करना अनिवार्य होता है और इसमें ही शामिल है सत्र। इस दौरान कई नियमों, संशोधनों पर जनप्रतिनिधि सीधे बात करते हैं और फिर देश फैसला लेता है। लेकिन इस बार परिस्थितियां इजाजत नहीं दे रहीं हैं। सितंबर में मानसून सत्र के दौरान कई संसद के कई कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले थे, जिसके बाद कुछ सांसदों ने सत्र स्थगित करने की मांग की थी। ऐसे में सरकार का प्लान है कि संसद को बजट सत्र के आसपास ही नियमित रूप से शुरू किया जाए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार इस बार शीतकालीन सत्र स्थगित कर सकती है या इसे बजट सत्र के साथ चला सकती है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है। संसदीय रिकॉर्ड्स के मुताबिक, 1952 से 2019 के दौरान राज्यसभा के 65 शीतकालीन सत्रों में से आठ सत्र दिसंबर के दौरान शुरू हुए। वहीं, 1962 और 1963 में दो सत्र दिसंबर से जनवरी तक चले थे।