रश्मि शुक्ला को फोन टैपिंग करने के लिए किसने कहा था? राष्ट्रवादी का सवाल…

मुंबई : स्टेट इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट (SID) की तत्कालीन आयुक्त रश्मि शुक्ला ने फोन टैपिंग किया और जो रिपोर्ट दिया, उसमे बताए गए किसी भी अधिकारी की बदली नहीं हुई है। हालांकि शुक्ला को फोन टैपिंग का अधिकार किसने दिया? उन्होने किससे इसकी इज़ाज़त ली थी? उन्हे ऐसा करने के लिए किसने कहा था? यह बात ज्यादा गंभीर है। उनकी जांच होनी चाहिए। यह मांग राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने की है।

आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंग का पत्र आने के बाद एनआईए की ओर से जानकारी बाहर नहीं आ रही है। यह टिप्प्णी भी पाटिल ने विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस पर की। फ़डणवीस के आरोपो में कोई भी तथ्य नहीं है।  मुकेश अंबानी के घर के सामने विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने की जांच शुरू है, इस विषय को दरकिनार करने के लिए फडणवीस अलग अलग मुद्दा ला रहे हैं।

पाटिल ने कहा कि शुक्ला की रिपोर्ट में संदीप बिश्नोई की बदली नवी मुंबई होगी, ऐसा रिपोर्ट में लिखा गया है, लेकिन उनकी बदली रेलवे में हुई। विनय कुमार चौबे की बदली पुणे में होगी ऐसा लिखा है लेकिन उनकी बदली एसीबी ब्रांच में हुई। संजय कुमार को ठाणे का आयुक्त बनाया जाएगा लेकिन उनकी बदली हुई ही नहीं। इसलिए इस रिपोर्ट में जो भी लिखा गया है वैसा कुच नहीं हुआ है। अंबानी के घर के बाहरविस्फोटक मिला, उसके बाद मनसुख हिरेन की हत्या हुई। एटीएस की जांच अंतिम दौर में होने के दौरान एनआईए का पत्र आया। हमे जांच रोकने को कहा गय। केंद्र की एजेंसी जल्द से जल्द यह जांच करे। हमारी जांच अंतिम दौर में थी लेकिन उसे रोक दिया गया, ये भी हमने केंद्र के निदर्शन में लाया।

पाटिल ने कहा कि मूल विषय यह है कि अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक किसने रखा। इस जांच से ध्यान हटाने का काम फडणवीस जानबूझकर कर रहे हैं। अब परमबीर सिंग का पत्र बाहर आने के बाद से एनआईए की तरफ से जानकारी बाहर आना बंद हो गया है। ऐसा क्यों हुआ वो मुझे पता नहीं।

फोन टैपिंग करने के दौरान रश्मि शुक्ला की बदली

 रश्मि शुक्ला गैरकानूनी तरिके से फोन टैप कर रही थी, इसलिए उनका तबादला किया गया। महाविकास आघाडी सरकार बनने के दौरान जो महत्वपूर्ण नेता थे उनके फोन टैप किए जा रहे थे। यह खुलासा अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने किया हऐ।

मूल विषय अंबानी के घर के बाहर मिले विस्फोटक की है। यह विस्फोटक वहाँ किसने रखा। इस जांच से ध्यान भटकाने के लिए फ़ड्णवीस ये सब कर रहे हैं।– जयंत पाटिल, जलसंपदा मंत्री