…फिर फडणवीस ने 6.3 जीबी का कौन सा पेन ड्राइव दिखाया? – कांग्रेस

राज्य खुफिया विभाग की पूर्व आयुक्त रश्मि शुक्ला के रिपोर्ट और फोन टैपिंग मामले का हवाला देते हुए भाजपा ने राज्य के पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर में घोटाले का आरोप लगाया था। यह आरोप लगाते हुए देवेंद्र फडणवीस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाए गए पेन ड्राइव को लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सचिन सावंत ने सीधा फडणवीस से सवाल किया है। फडणवीस द्वारा दिखाया गया पेनड्राइव रिपोर्ट के साथ नहीं दिया था तो फिर उन्होंने 6.3 जीबी का कौन सा पेन ड्राइव दिखाया? केंद्रीय गृह सचिव को क्या दिया? यह सवाल सावंत ने उठाया। साथ ही शुक्ला ने गैरकानूनी रूप से फोन टैपिंग किया है। उन्होने वो रिपोर्ट अगस्त में दिया है। सावंत ने कहा कि उसके 7 महीने हो गए हैं। उस रिपोर्ट के बाद सत्र हुए। इन 7 महीने में भाजपा को इस रिपोर्ट की याद क्यों नहीं आई।

सावंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा को जबाब दिया है। भाजपा ने अभी तक जो आरोप लगाए हैं वो सब निराधार हैं। इस मामले से महाविकास आघाडी को जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसमे उन्होने हमेशा मुहकी खाई है। विधिमंडल के सत्र से लेकर जो आरोप फडणवीस और भाजपा लगा रही है उसमे मुद्दे बदल रहे हैं। पहला मुद्दा था अंबानी विस्फोटक प्रकरण, मनसुख हइरें। दूसरा आरोप था परमबीर सिंग का पत्र और तीसरा आरोप रश्मि शुक्ला के रिपोर्ट के आधार पर लगाया।

शुक्ला ने गैरकानूनी तरीके से फोन टैप किया था। जिसकी रिपोर्ट उन्होंने अगस्त 2020 में दी थी। उस रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने आरोप लगाया। इन तीनो का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है। अलग अलग दौर में हुई बातें हैं ये। इसमे परमबीर सिंग की जांच न हो, इसलिए मूल मुद्दे से भटकाने की लिए ये सब किया क्या? परमबीर सिंग को कवरिंग फायर देने की कोशिश हुई क्या? भाजपा की यही व्यूह रचना थी क्या? इन सब बातों का उत्तर आने वाले महीनों में मिल जाएंगे।