गोकुल दूध संघ के चुनाव का रास्ता साफ, सत्ताधारी वर्ग की याचिका खारिज

गोकुल दूध संघ के चुनाव संदर्भ में सत्ताधारी वर्ग की याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी। इसलिए अब गोकुल के चुनाव का मार्ग खाली हो गया है। यह प्रक्रिया पहले की तरह ही शुरू रहेगी।

गोकुल के सत्ताधारी वर्ग ने मांग की थी कि कोरोना के संकट में राज्य सरकार के आदेश के अनुसार चुनाव 31 मार्च तक स्थगित किया जाए। लेकिन कोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया। चुनाव का काम पहले की तरह ही शुरू रखने का आदेश कोर्ट ने दिया। इसलिए अब गोकुल दूध संघ का चुनाव होना तय है। अंतिम मतदान सूचि के बाद आवेदन भरना और मतदान की तारीख की घोषणा कब होगी इस पर सबकी नजर टिकी हुई है।

कोरोना का कारण देकर सहकारी संस्था का चुनाव स्थगित किया गया है। इस आदेश के विरोध में कुछ संस्था कोर्ट गए थे। इसमे गोकुल की प्रक्रिया शुरू रखने की मांग की गई थी। कोर्ट के आदेश के बाद गोकुल की प्रक्रिया शुरू रखने का निर्णय प्राधिकरण ने लिया है। लेकिन सत्ताधारी नेतओ के इसका विरोध किया था और कोर्ट में याचिका दायर की थी। कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया है।

गोकुल में महाआघाडी एकसाथ लड़ेंगे

गोकुल के चुनाव के संदर्भ में सत्ताधारी वर्ग की याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी। इसके बाद ग्रामविकास मंत्री हसन मुश्रीफ से पूछा गया तो उन्होने कहा कि हम गोकुल में महाविकास आघाडी के रूप में लड़ेंगे। पूर्व पालकमंत्री सतेज पाटिल और पीएन पाटिल कि मुंबई में एक बैठक हुई। उन्होने कहा कि आगे भी इस तरह की बैठक होगी।