14 लाख टन शक्‍कर निर्यात की प्रतीक्षा में

 बैंकों द्वारा परमिशन नहीं दिए जाने से रूका है निर्यात

कोल्हापुर : समाचार ऑनलाइन – अंतर्राष्ट्रीय बाजार में शक्‍कर के गिरते दाम और बैंकों की तरफ शक्‍कर के एक्सपोर्ट पर लगी रोक के कारण राज्य में 14 लाख टन शक्‍कर एक्सपोर्ट की प्रतीक्षा में है। राज्य को 15.56 लाख टन शक्‍कर निर्यात का कोटा मिला था।इसमें से एक लाख टन शक्‍कर निर्यात समझौता हुआ। प्रत्यक्ष रूप से 24 हजार टन शक्‍कर का निर्यात हुआ है।

आने वाले तीन महीने में कच्ची शक्‍कर उत्पादित कर उसे निर्यात करना कारखानों के लिए आसान होगा।कच्चे शक्‍कर की काफी मांग है। इसका सीजन शुरू होने पर इसका उत्पादन संभव नहीं है।लेकिन इस शक्‍कर की दर प्रति क्‍विंटल 2000 रुपए है।लेकिन बैंकों ने शक्‍कर पर 2800 से 2900 रुपए का एडवांस दिया है।एडवांस की रकम का अंतर दिये बिना बैंक शक्‍कर छोड़ने को तैयार नहीं है।

केद्र ने प्रति क्‍विंटल गन्ने पर 138 रुपए का अनुदान घोषित किया है।प्रति क्‍विंटल शक्‍कर पेराई पर 1100 रुपए कारखानों को मिलते हैं।केंद्र या राज्य सरकार ने त्रिस्तरीय समझौता या गारंटी देकर कारखानों को मिलने अनुदान बैंकों को देने और उसके बदले शक्‍कर को निर्यात के लिए छोड़ने की मांग कारखानों ने की है।अगर यह निर्णय जल्द होता है तो बड़े पैमाने पर कच्ची शक्‍कर उत्पादित कर निर्यात किया जा सकता है।