आगामी विधानसभा चुनावों में मतदान का समय बढ़ाया जाएगा, चुनाव आयोग ने मानी राजनीतिक दलों की बात    

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : कोरोना महामारी के बीच साल 2021 में बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल समेत कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। कुछ हद तक यह चुनाव 21वीं सदी के पहले दशक का राजनीतिक भविष्य तय करेगा, क्योंकि जिन राद्यों में चुनाव होने वाले हैं, वे देश में अपना खास कद रखते हैं।

इस चुनाव का इंतजार जितना बेसब्री से राजनीतिक दल कर रहे हैं, उतनी ही बेसब्री जनता में भी है। इसलिए चुनाव आयोग सतर्क है। कुछ दलों ने चुनाव आयोग से सिफारिश की है कि मतदान के घंटे बढ़ाए जाएं। चुनाव आयोग ने सभी दलों की सिफारिश को मानते हुए चुनाव के समय को एक घंटे तक बढ़ाने पर मुहर लगा दी है।

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इसी क्रम में सभी राजनीतिक दलों की एक मांग का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि जब एक से अधिक राज्यों में मतदान होता है, तो एक या दो दिन के बाद मतगणना नहीं की जा सकती है, क्योंकि अगर एक राज्य का परिणाम निकलता है तो इससे दूसरे राज्य के मतदान इससे प्रभावित होते हैं। जनसंख्या के हिसाब से हर राज्यों में मतदान की समय सीमा अलग-अलग होती है, इसलिए हम अंत में मतगणना करेंगे। अलबत्ता उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी लोकसभा चुनाव तमिलनाडु के विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। बता दें कि तमिलनाडु में विधानसभा का कार्यकाल 24 मई 2021 को समाप्त होने वाला है।