विजन के अभाव ने शहर का किया कचरा : अजीत पवार

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पिंपरी-चिंचवड़ में कचरे की समस्या गंभीर हो गई है। करदाता नागरिकों को इससे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सत्ताधारी बीजेपी द्वारा कचरे के प्रबंधन की उपेक्षा की जा रही है। इस विषय में विजन के अभाव के चलते शहर में कचरे का संकट गहरा रहा है।फ यह आरोप पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने शनिवार को लगाया। उन्होंने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग करने हुए पुलिस के माध्यम से विपक्षियों को परेशानी के डालने, उन्हें समाप्त करने तथा निराश करने की दृष्टि से किए गए कार्य सहन नहीं किए जाएंगे। इस विषय में पिंपरी-चिंचवड़ के पुलिस कमिश्नर आर।के। पद्मनाभन के साथ चर्चा किए जाने की भी जानकारी अजीत पवार ने दी।

एनसीपी के समय सही तरह से विकास कार्य हुए

पिंपरी में आयोजित एक प्राइवेट कार्यक्रम में बोलते हुए अजीत पवार ने कहा, पिंपरी मनपा में जब एनसीपी की सत्ता थी, तब योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य किए जाते थे। सार्वजनिक कार्य विजन का निर्धारण कर किए जाने चाहिए, मगर वैसा नहीं किया जाता। सत्ताधारियों में विजन का सरासर अभाव है। नागरिकों को दैनिक जीवन में कचरे की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा, शहर में कानून व सुव्यवस्था का मुद्दा भी गंभीर हो गया है। विपक्षी नेता के रूप में कार्यकाल के दौरान दत्ता साने पर भी जानलेवा हमला किया गया। शहर में इस तरह की गंभीर घटनाएं घट रही हैं। गाड़ियों में तोड़-फोड़ की जाती है। कुछ लोग आतंक का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। शहर में अलग पुलिस आयुक्तालय के निर्माण के बाद भी आपराधिक घटनाएं नियंत्रित नहीं हो पा रही हैं। हम कई सालों से राज्य सरकार में पिंपरी-चिंचवड़ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। शहर में सभी एकता के साथ रहें व शांति का माहौल रहे, इसके जिए मैंने आज पुलिस कमिश्नर आर।के। पद्मनाभन से बात की है। उन्हें स्पष्ट किया गया है कि सत्ता का दुरुपयोग करते हुए विपक्षियों को परेशानी में डालने व समाप्त करने का प्रयास सहन नहीं किया जाएगा।

जो बीजेपी में जाने चाहते हैं ऐसे विधायक के नाम बताये

हाल ही में बीजेपी में शामिल होकरव मंत्री पद प्राप्त करने वाले राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कहा है कि कांग्रेस-एनसीपी के कई विधायक बीजेपी में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। इस विषय में पूछे जाने पर अजीत पवार  ने कहा, ङ्गजो ऐसी तैयारी कर रहे हैं, उनके नाम बताएं। जो तैयारी कर रहे थे, वे चले गए, जिन्होंने ऐसी कोई तैयारी नहीं की है, वे नहीं जाएंगे।