खेड़ सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का हिंसक मोड़ ; राजगुरुनगर में संचारबंदी की घोषणा 

राजगुरुनगर, 31 मई : खेड़ पंचायत समिति के सभापति भगवान पोखरकर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव और उसके बाद हुए राजनीतिक घटनाक्रम के बाद इस मामले ने हिंसक मोड़ ले लिया है।  इस वजह से आज सुबह 6 बजे राजगुरुनगर में धारा 144 लगा दिया गया।  यहां पर स्थानीय पुलिस के साथ दंगा कंट्रोल स्क्वाइड भी मार्च कर रही है।  अविश्वास प्रस्ताव के बाद होने वाले मतदान को देखते हुए हिंसा नहीं हो इसलिए सतर्कता के तौर पर संचारबंदी लागू किया गया है।  पंचायत समिति बिल्डिंग के आसपास आधा किलोमीटर तक किसी के भी आने जाने पर रोक  लगा दी गई है।

कुछ दिनों पहले खेड़ पंचायत समिति के सभापति भगवान पोखरकर के खिलाफ कुल 14 पंचायत समिति सदस्यों में से 11 लोगों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था।  इसके बाद इन 11 सदस्यों को पुणे के पास डोणजे में एक रिसोर्ट में रखा गया था।  लेकिन 27 मई की सुबह सभापति और उनके सहयोगियों ने संबंधित रिसोर्ट पर जाकर जबर्दस्त हंगामा किया था। इस मामले में पोखरकर को घटना के दूसरे दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।

इसके बावजूद खेड़ पंचायत समिति की बिल्डिंग में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर होने वाले मतदान को देखते हुए पोखरकर के मौजूद रहेंगे।  ऐसे में मतदान के दौरान हिंसा होने की आशंका है।  इसलिए राजगुरुनगर में आज सुबह 6 बजे से संचारबंदी लागू किया  गया है।  इस वजह से परिसर में तनावपूर्ण वातावरण है।  सुबह 11 बजे से मतदान शुरू हो गया है।  मतदान का सारा कामकाज पूरी होने तक राजगुरुनगर में संचारबंदी लागू रहेगा।

इस बीच विधायक दिलीप मोहिते और पूर्व सांसद शिवाजी आढलराव पाटिल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। बेहद तनावपूर्ण माहौल में हो रहे मतदान पर सभी तालुका की नज़रें लगी हुई है।  इसमें शिवसेना की क्या भूमिका रहती है यह देखना दिलचस्प होगा।