विधान सभा स्पीकर चुनाव… बिहार में आज 51 साल बाद टूटेगा रिकार्ड, लालू के फोन से मची खलबली 

पटना. ऑनलाइन टीम : बिहार में विधान सभा स्पीकर के चुनाव को लेकर घमासान छिड़ गया है। माना जा रहा है कि इस चुनाव के दौरान सदन का 5 दशक पुराना रिकॉर्ड टूट सकता है।  51  साल  बाद ये पहली बार होगा कि विधानसभा का अध्यक्ष वोटिंग के जरिए तय होगा। अब तक ये प्रक्रिया ध्वनिमत के जरिए पूरी की जाती रही है। वजह ये है कि तेजस्वी इस मामले में सबसे बड़ी पार्टी की अपनी ताकत सदन में भी रिकॉर्ड पर दिखाना चाहते हैं। ये भी कह सकते हैं कि बीजेपी के विजय कुमार सिन्हा के विरोध में अवध बिहारी चौधरी को उतार कर RJD ने ये साफ कर दिया है कि NDA को महागठबंधन वॉकओवर नहीं देने वाला। NDA खेमे से लखीसराय के विधायक विजय कुमार सिन्हा को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि महागठबंधन ने सिवान से RJD विधायक अवध बिहारी चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। सदन में शक्ति की बात करें तो NDA के पास 125 विधायक हैं, जबकि महागठबंधन के पास 110 विधायक हैं।

इस चुनाव से ठीक पहले एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें  दावा किया जा रहा है कि बीजेपी के पीरपैंती सीट से विधायक ललन पासवान को लालू यादव कॉल कर रहे हैं और स्पीकर के लिए होने वाली वोटिंग से अनुपस्थित होने को कह रहे हैं। हालांकि इस ऑडियो की  पुष्टि नहीं हो पाई है। ऑडियो में लालू यादव  कहते हैं कि वह पार्टी के साथ हैं, तो उनसे कहा जाता है कि वे अनुपस्थित हो जाएं। कह दें कि कोरोना हो गया था। स्पीकर अपना बन जाने पर सारी बातें देख ली जाएगी। ये भी दावा किया जा रहा है कि सरकार गिरा देंगे और नई सरकार में मंत्री भी बनाएंगे।

दूसरी तरफ, आरजेडी के विधायकों ने इस ऑडियो का खंडन किया है। आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की आवाज में बात करने वाले कई लोग हैं। ये सुशील कुमार मोदी का प्रोपेगेंडा है। सुशील मोदी अपनी बेरोजगारी दूर करने के लिए लालू प्रसाद यादव के नाम का उछाल रहे हैं।  आडियो कितना सच है या नहीं ये तो बाद की बात है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि लालू प्रसाद यादव पूरे चुनाव के दौरान जेल रूल को ब्रेक कर अपनी राजनीति चलाते रहे।

जहां तक रही इस चुनाव की बात तो संभव है कि महागठबंधन की तरफ से विधानसभा में मत विभाजन और गुप्त मतदान कराने के लिए दबाव बनाया जाएगा। राजद और कांग्रेस ने कोई व्हिप तो जारी नहीं किया, लेकिन दावा किया कि महागठबंधन ही नहीं, एनडीए के विधायक भी समर्थन करेंगे।