पुणे समाचार (Punesamachar Online) – राज्य का दो दिवसीय मानसून सत्र (monsoon session) आज से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत में राज्य विधानसभा (Vidhan Sabha Adhiveshan) में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे सरकार पर जोरदार हमला बोला। फडणवीस ने कहा कि राज्य में सरकार की मनमानी चल रही है। आज ही विधेयक लेकर तुरंत पारित किया जा रहा है। इस पर उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना की है।
पिछले कुछ दिनों से एमपीएससी की परीक्षा दे रहे स्वप्नील लोणकर के आत्महत्या से राज्य में माहौल गर्म हो गया है। एमपीएससी के विरोध में विपक्षी समूहों ने विधानसभा के बहिष्कार का आह्वान किया। देवेंद्र फडणवीस ने सदन में एमपीएससी परीक्षा का मुद्दा उठाया और मांग की कि अधिवेशन की कार्यवाही में अन्य सभी मुद्दों को छोड़कर पहले एमपीएससी पर चर्चा की जाए। इस दौरान एमपीएससी पास करने वाले स्वप्नील लोणकर का सुसाइड नोट हॉल में पढ़ा गया। उन्होंने कहा- राज्य सरकार एमपीएससी को लेकर गंभीर नहीं है। प्रदेश में लाखों बच्चे परीक्षा, इंटरव्यू, नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार और आयोग वास्तव में क्या कर रहा है?
महाराष्ट्र विधिमंडळाच्या पावसाळी अधिवेशन- २०२१ ला प्रारंभ
Maharashtra State Legislature Monsoon Session – Day 1 pic.twitter.com/YYdtWAv9YT
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) July 5, 2021
इधर देवेंद्र फडणवीस की इस मांग के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अधिवेशन में घोषणा की कि एमपीएससी के सभी रिक्त पदों को 31 जुलाई 2021 तक भर दिया जाएगा।
इधर एमपीएससी को जादू बताते हुए एमपीएससी की परीक्षा दे रहे एक युवक ने पुणे में आत्महत्या कर ली थी। इस 24 वर्षीय युवक का नाम स्वप्निल लोणकर है। जो पुणे के फुरसुंगी इलाके में रहता है। स्वप्निल ने आत्महत्या करने से पहले लिखे सुसाइड नोट में कहा था कि वह आर्थिक तंगी और एमपीएससी परीक्षा प्रक्रिया में देरी के कारण आत्महत्या कर रहा। एमपीएससी की प्री और मेन परीक्षा पास करने के बाद भी 2 साल तक इंटरव्यू नहीं हुआ और स्वप्निल धीरे-धीरे डिप्रेशन में चला गया। कहा जाता है कि इस दौरान घर की स्थिति और परीक्षा के बाद नौकरी पाने की उम्मीद में लिए गए कर्ज जैसे कारणों से स्वप्निल पर बढ़ते तनाव के चलते उसने आत्महत्या कर ली।