मस्जिद निर्माण हेतु न्यास की मांग पर विहिंप की नाराजगी

पिंपरी। सँवाददाता : राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया शरद पवार ने राम मंदिर की भांति मस्जिद के निर्माण के लिए न्यास निर्माण का मुद्दा उठाया है। इस पर विश्व हिंदू परिषद (विहिंप) ने कड़ी नाराजगी जताई है। विहिंप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने शुक्रवार को पिंपरी चिंचवड़ में एक सँवाददाता को संबोधित करते हुए कहा कि, मस्जिद के लिए न्यास की मांग से अलग- अलग विवादों के जरिये समाज में तनाव निर्माण करने की स्वार्थी व अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की साजिश साफ हो रही है। इस सँवाददाता सम्मेलन में विहिंप के पश्चिमी प्रांत अध्यक्ष पांडूरंग राऊत, पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत मंत्री विजय देशपांडे, विभाग मंत्री नितीन वाटकर आदि उपस्थित थे।
विहिंप के केंद्रीय महामंत्री ने आज यहां बजरंग दल की दो दिवसीय अखिल भारतीय बैठक की घोषणा की। जोकि कल (शनिवार) से चिंचवड में आयोजित की गई है। विश्व हिंदू परिषद ने देशभर हितचिंतक अभियान शुरू किया है उसमें 30 लाख से ज्यादा और विशेषतः महाराष्ट्र में तीन लाख से अधिक लोग जुड़े हैं। आज शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक स्वावलंबन, कौशल विकास, महिला सशक्तीकरण क्षेत्रों में एक लाख से ज्यादा सेवा कार्य शुरू है। महाराष्ट्र में भी इन सेवा कार्य में बढ़ोतरी की योजना बनाई गई है। इस कार्य वृद्धि और आगामी कार्ययोजना के लिहाज से हर साल विश्व हिंदू परिषद के विविध कार्यविभागों की केंद्रीय बैठक आयोजित की जाती है। ऐसी ही बैठक शनिवार और रविवार चिंचवड में होने जा रही है।
परांडे ने सीएए (संशोधित नागरिकता कानून) विरोधी आंदोलनों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि, सीएए के विरोध में अनेक हिंसक आंदोलन देशभर में शुरू है। उनके पीछे कुछ अल्पसंख्यक तुष्टिकरण करनेवाले सियासी दल, साम्यवादी दल व शक्तियां, पीएफआई जैसे हिंसक मुस्लिम संगठन और मुस्लिम समुदाय के बड़े खेमे के हाथ है। दिल्ली, चेन्नई, मुंबई में शुरू तथाकथित अहिंसक आंदोलनों में जिस तरह से देशविरोधी, हिंदुविरोधी घोषणा व भाषणबाजी शुरू है। उससे साफ होता है कि उनके पीछे कुछ देश विरोधी शक्तियां भी हैं। ऐसे हिंसक और देश विरोधी आंदोलनों की विश्‍व हिंदू परिषद कड़ी निंदा करता है। साथ ही कानून अपने हाथों में लेनेवाले सभी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करता है।