पुणे (Pune News) : दुर्लभ बीमारी से जूझ रही भोसरी की बच्ची वेदिका सौरव शिंदे (Vedika Shinde) ने आज सुबह अपना दम तोड़ दिया। उसे लोगों द्वारा जमा किए गए लगभग 16 करोड़ का इंजेक्शन दिया गया था। उसके बाद वो ठीक होकर घर आयी थी। हालांकि रविवार शाम को खेलते समय उसे अचानक सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसलिए उसे प्राइवेट अस्पताल (private hospital) ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत (Death) हो गई। 16 करोड़ रुपये जमा करने के लिए उसकी माता-पिता ने दिन रात एक कर दिए थे।
वेदिका शिंदे को एसएसए 1 ( SSA1) जेनेटिक बीमारी हुई थी। 10 हजार में से एक बच्चे को इस तरह की बीमारी होती है।
आगे निमोनिया (Pneumonia) होता है फिर बच्चे की हालत गंभीर हो जाति है। कुछ महीने पहले वेदिका के इस बीमारी के बारे में पता चला। उसके बाद वेदिका (Vedika Shinde) के पिता सौरव शिंदे (Saurav Shinde), उसकी मां व बाबा ने उसके इलाज के लिए मदद की अपील की।
उसे लोगों ने रिस्पॉन्स भी दिया। ऐसे में 16 करोड़ रुपये का इंजेक्शन (Injection) अमेरिका से मंगवाया। सांसद डॉ. अमोल कोल्हे (Dr. Amol Kolhe) ने लोकसभा में आवाज उठाकर उसपर सीमा शुल्क माफ करने की मांग की। केंद्र सरकार (Central Government) ने आयात कर रद्द किया।
पिछले महीने में पुणे (Pune) के एक प्राइवेट अस्पताल में उसे यह इंजेक्शन दिया गया। उसके बाद वेदिका पूरी तरह से ठीक हो गई। हालांकि शिंदे परिवार की यह खुशी पल भर की थी।