मुंबई (Mumbai News) – द्रोणाचार्य के नाम से मशहूर क्रिकेट कोच वासु परांजपे (Vasoo Paranjape) का निधन (Death) हो गया है। वे 83 वर्ष के थे। बल्लेबाज हो या गेंदबाज, वासु परांजपे (Vasoo Paranjape) एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे, जिन्होंने प्रत्येक खिलाड़ी को स्वतंत्र रूप से प्रशिक्षित किया और उसी के अनुसार उसे प्रशिक्षित किया। उन्होंने बड़ौदा और मुंबई (Mumbai) के लिए 29 प्रथम श्रेणी मैच खेले।
Goodbye Vasoo Paranjape. The man who gave Sunil Gavaskar the nickname Sunny. Big loss to Mumbai and Indian cricket; he was also national coach.
— Clayton J Murzello (@ClaytonMurzello) August 30, 2021
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद परांजपे ने ट्रेनिंग की ओर रुख किया। उन्हें द्रोणाचार्य के रूप में जाना जाता था। उन्होंने एक बार 14 साल के सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को मुश्ताक अली से मिलवाया था। उन्होंने कहा था कि वह सुनील गावस्कर के बाद देश के दूसरे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। वासु परांजपे ने सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, दिलीप वेंगसरकर, संजय मांजरेकर, राहुल द्रविड़, संदीप पाटिल, अनिल कुंबले, युवराज सिंह, रमेश पवार और श्रीलंका के सनथ जयसूर्या और रोशन महानामा का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने गावस्कर को ‘सनी’ उपनाम दिया। वह पूर्व भारतीय क्रिकेटर (Indian cricketer) और चयन समिति (selection committee) के सदस्य जतिन परांजपे (Jatin Paranjape) के पिता थे।
Really sad to hear about Vasoo Paranjape ji. My deepest condolences and may his soul rest in peace. 🙏
— Vinod Kambli (@vinodkambli349) August 30, 2021
परांजपे और रोहित शर्मा..
परांजपे का भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के हिटमैन रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के करियर में भी एक बड़ा हिस्सा रहा है। वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में अंडर-17 क्रिकेट कैंप शुरू 30 संभावित खिलाड़ियों में से 15 को टीम के लिए चुना जाना था। रोहित नेट्स पर बैटिंग कर रहे थे। वासु परांजपे रोहित का बल्ला देख रहे थे। उस समय उन्होंने टीम के कप्तान के पास जाकर कहा कि रोहित को टीम में होना चाहिए। उस समय टीम के कप्तान प्रशांत नाइक (Prashant Naik) थे।
प्रशांत उस समय रोहित को जानता भी नहीं था, उसने रोहित को वासु से हुई चर्चा के बारे में बताया था। वासु परांजपे (Vasoo Paranjape) के कहने पर रोहित ने अगला मैच खेला और आज उसका फल सबके सामने है। उसके बाद कोच प्रवीण आमरे (Praveen Amre) ने रोहित को वासु परांजपे से मिलवाया।