उन्नाव, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निष्कासित विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाई अतुल सेंगर को दिल्ली में मारे गए अपने छोटे भाई मनोज सेंगर के दाह संस्कार में शामिल होने के लिए 72 घंटे की पैरोल मिल गई है।
भाई के अंतिम संस्कार के लिए सोमवार को कुलदीप सेंगर को दिल्ली से और अतुल सेंगर को लखनऊ जेल से उन्नाव लाया जाएगा।
परिवारिक सूत्रों का कहना है कि दाह संस्कार दोपहर को होगा।
मनोज सेंगर दिल्ली में रहकर कुलदीप सेंगर के मामलों को देख रहा था। रायबरेली में 28 जुलाई के दुर्घटना मामले में वह भी ओरोपी था।
इस हादसे में कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता बाल-बाल बची थी और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गया था, जबकि पीड़िता के दो महिला रिश्तेदारों की मौत हो गई थी।
मनोज रावण का भक्त था और सभी से ‘जय लंकेश’ कहकर मिलता था। उन्होंने रावण का एक लॉकेट भी पहना था।
पिछले साल दोनों भाइयों के जेल जाने के बाद से वह ही परिवार की देख रेख कर रहा था। कुलदीप सेंगर को दुष्कर्म मामले में जेल में डाल गया, जबकि अतुल सेंगर को दुष्कर्म पीड़िता के पिता के साथ हिरासत में मारपीट करने के आरोप में जेल भेजा गया।
इस बीच सेंगर परिवार के पैतृक घर उन्नाव और माखी गांव में भारी बल की तैनाती की गई है।
आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोगों के दिन में अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है।
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