पीसीएमसी में शिवसेना गुटनेता का अनोखा आंदोलन!

पदभार स्वीकारने के पहले ही दिन आयी सह शहर अभियंता पर आफत

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाईन

नए कंस्ट्रक्शन को नल कनेक्शन देने पर खुद लगाई रोक एक दिन के लिए अचानक हटा दिए जाने की चौंकानेवाली जानकारी सामने आयी है। लोगों को पानी की किल्लत से जूझने के लिए विवश करनेवाला यह रोक का फैसला किस कानून के आधार पर लिया गया और एक दिन के लिए विशिष्ट बिल्डरों हेतु यह रोक क्यों हटा दी गई? बीते तीन माह से इसका जवाब मांग रहे शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे ने शनिवार को पिंपरी चिंचवड़ मनपा में अनोखा आंदोलन किया। जवाब मिलने तक वे शाम पौने छह बजे से रात सवा नौ बजे तक सह शहर अभियंता कार्यालय में बैठे रहे। इस बीच वे लगातार मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर को फोन करते रहे। आखिर सवा नौ बजे उन्होंने उनके फोन का जवाब दिया तब कहीं जाकर कलाटे मनपा मुख्यालय से बाहर निकले।

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कलाटे के आंदोलन के चलते मनपा के नए प्रभारी सह शहर अभियंता (जॉइंट सिटी इंजीनियर) रामदास तांबे जलापूर्ति और जलनिःसारण विभाग का पदभार स्वीकारने के पहले ही दिन तीन घन्टे से भी ज्यादा समय तक अपने दफ्तर में फंसे रहे। असल में बीते दिन उपरोक्त मामला सामने लाने के बाद जब शिवसेना गुटनेता राहुल कलाटे ने तांबे से जवाब मांगा। तब उन्होंने कहा कि मैंने अपनी रिपोर्ट मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर को सौंप दी है, उसकी जानकारी आपको नहीं दी जा सकती। जबकि आयुक्त ने आज उन्हें जानकारी देने का आश्वासन दिया था।एक जनप्रतिनिधि को इस तरह से मना करने को लेकर कलाटे नाराज हो गए और उन्होंने वहीं बैठक जमा ली। जवाब मिलने तक यहां से नहीं हटने की भूमिका उन्होंने अपनाई। पूर्व नगरसेवक मारुति भापकर भी उनके साथ मौजूद रहे।

घायलों को मुआवजा देने के नाम पर रेलवे प्रशासन कर रही ढोंग

काफी देर की ना नुकर के बाद सह शहर अभियंता तांबे ने उन्हें मनपा आयुक्त की अनुमति बिना जानकारी नहीं दे सकने की बात लिखित रूप से दी। हालांकि कलाटे ने मनपा आयुक्त से जवाब मिलने तक अपनी भूमिका से पीछे हटने से इनकार कर दिया। नतीजन तांबे सह शहर अभियंता की प्रभारी नियुक्ति की खुशियां तक नहीं मना पाए और तीन घन्टे से भी ज्यादा समय तक कलाटे के साथ अपनी ही केबिन में ठहरे रहे। इन सवा तीन घँटों से भी ज्यादा समय में राहुल कलाटे लगातार मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर को मोबाइल पर फोन लगाते रहे, मगर उन्होंने किसी भी कॉल को रिसीव करना उचित न समझा। सवा नौ बजे उन्होंने फोन का जवाब दिया और मुंबई से लौटकर सुबह जानकारी देने का भरोसा दिलाया। ज्ञात हो कि गत दिन कलाटे ने आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाया है कि चुनावों के मद्देनजर भाजपा के लिए फंड जमा करने में जुटे हैं।

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