उद्धव बेटा, मुझे तुमसे मिलना है’ मुख्यमंत्री की शिक्षिका ने किया अनुरोध

मुंबई: ऑनलाइन टीम- मुंबई में आए ताउते चक्रवात से कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है। इसी तूफान की वजह से वसई का वृद्धाश्रम भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। 17 मई को आए तूफान में इस वृद्धाश्रम का छत उड़ गया। इसमें न्यू न्यू लाइफ फाउंडेशन की पहली मंजिल पर एक खिड़की का पैनल गिरने से एक वरिष्ठ नागरिक भी घायल हो गया। इस वृद्धाश्रम में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और राष्ट्रवादी नेता जयंत पाटिल के शिक्षक भी हैं। इसमे से एक शिक्षक ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से वृद्धाश्रम ठीक करने का अनुरोध किया है। चक्रवात ने वृद्धाश्रम को काफी नुकसान पहुंचाया है। इसलिए इस वृद्धाश्रम में वृद्धों का जीना मुश्किल हो गया है।

मुख्यमंत्री की शिक्षिका सुमन लक्ष्मीकांत रणदिवे ने वृद्धाश्रम में काम कराने का अनुरोध किया है। 88 वर्षीय सुमन लक्ष्मीकांत रणदिवे दादर के बालमोहन विद्यामंदिर स्कूल से 1991 में सेवानिवृत्त हुईं। वह बच्चों को गणित और विज्ञान पढ़ाती थी।

मिड डे के मुताबिक राजेश और सरिता मोरू एक वृद्धाश्रम चलाते हैं। इस बारिश ने वृद्धाश्रम के बुजुर्गों के बिस्तर भीग गए। इसलिए पिछले कुछ दिनों से वे ठीक से सो नहीं पा रहे हैं। जब वे वृद्धाश्रम गए तो उस समय इन बुजुर्ग लोगों के बिस्तर और कपड़े धूप में सुखाने के लिए डाले थे। रणदिवे ने अपने पुराने छात्र से इस वृद्धाश्रम को जल्द से जल्द ठीक करने का अनुरोध किया है।

जल्द से जल्द वृद्धाश्रम को ठीक करें जिससे हम रात को शांति से सो पाएं, ऐसी विनती शिक्षिका रणदिवे ने मुख्यमंत्री से की है। रणदिवे ने कहा कि इस चक्रवात के कारण हमारे वृद्धाश्रम की छत उड़ गई है। हम सब बुजुर्ग हैं इसलिए रात को सोने में बहुत परेशानी होती है। मच्छर भी खूब काटते हैं।

उद्धव बेटा, मैं तुमसे मिलना चाहता हूं। जब तुम शिवाजी पार्क के स्कूल में थे तब मैंने तुम्हें पढ़ाया था। यहां की स्थिति बेहद खराब है। कृपया हमारी मदद करें,  शिक्षक ने मुख्यमंत्री से ऐसा अनुरोध किया है।

राजेश मोरू ने बताया कि पिछले साल रणदिवे वृद्धाश्रम आई थी। रणदिवे ने कहा कि उनके पति की 2014 में मौत हो गई थी और बेटे की एक साल की उम्र में मौत हो गई। वृद्धाश्रम में उन्हे सब टीचर कह कर बुलाते हैं।