नई दिल्ली : वृत्तसंस्था – सरकार के कड़े तेवर के बाद आखिरकार ट्वीटर के होश ठिकाने आ गए। आनन-फानन में टि्वटर ने ऐसे 97 प्रतिशत से अधिक अकाउंट ब्लॉक कर दिए, जो लोगों को गुमराह कर रहे थे। यह एक्शन किसानों के प्रदर्शन के बारे में भड़काऊ और भ्रामक सामग्री पोस्ट किए जाने के बारे में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की शिकायत पर ली गई।
सूत्रों के मुताबिक, गत 4 फरवरी को ट्विटर को पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थकों से संबंध रखने वाले 1,178 अकाउंट ब्लॉक करने को कहा गया था। इसके पहले सरकार ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के सिलसिले में 257 ट्वीट और ट्विटर हैंडल ब्लॉक करने को कहा था। इनका पाकिस्तानी और खालिस्तानी जुड़ाव पाया गया था तथा इनसे किसानों के प्रदर्शन को लेकर भड़काऊ सामग्री पोस्ट की जा रही थी। इनमें से 583 अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसके अलावा अन्य 500 पर भ्रामक सामग्री फैलाने वाला मानकर कार्रवाई की, मगर कुछ ही घंटों के लिए। इसके बाद, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए गुरुवार को कहा था कि भारत के कानून के हिसाब से चलना होगा।
सोशल मीडिया से अफवाह फैलाने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जा सकती है। भारतीय कानून का हर हाल में पालन करना होगा, ऐसा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हिंसा भड़काने और भ्रामक जानकारी फैलाने का किसी को अधिकार नहीं दिया जाएगा। चाहे वह ट्विटर हो, फेसबुक हो चाहे वह लिंक्डइन हो या कोई हो या वाट्सऐप हो, मैं विनम्रता से आग्रह करूंगा भारत में आप काम करिए। आपके करोड़ों फॉलोअर्स हैं, हम उसका सम्मान करते हैं, पैसे कमाइए,लेकिन भारत के संविधान का आपको पालन करना होगा।