ट्वीटर ने भी दिया ट्रंप को झटका, अब नहीं दिखेगा उनका विशेषाधिकार

सैन फ्रांसिस्को. ऑनलाइन टीम : ट्विटर एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफार्म है, जो दुनिया के नेताओं और कुछ अन्य अधिकारियों को विशेषाधिकार देता है। ट्विटर के नियमों को तोड़ने वाले उनके ट्वीट यदि सार्वजनिक हित से जुड़ें हों तो उन्हें छोड़ दिया जाता है। डोनाल्ड ट्रंप  के साथ भी ऐसा ही हो सकता है। जानकारी के अनुसार,  अगले साल की 20 जनवरी को जब अमेरिका के चुने गए राष्ट्रपति जो बाइडेन पद ग्रहण करेंगे, तब डोनाल्ड ट्रंप ट्विटर पर अपना विशेषाधिकार खो देंगे। उनके ट्वीट के साथ किसी अन्य उपयोगकर्ता की तरह सामान्य व्यवहार किया जाएगा।

कंपनी के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, ‘दुनिया के नेताओं, उम्मीदवारों और सार्वजनिक अधिकारियों को लेकर ट्विटर का दृष्टिकोण इस सिद्धांत पर आधारित है कि लोगों को यह दिखना चाहिए कि उनके नेता स्पष्ट संदर्भ के साथ क्या कह रहे हैं। इससे मतलब है कि हम चेतावनियां और लेबल लगा सकते हैं और कुछ ट्वीट्स के लिए लोगों की पहुंच सीमित कर सकते हैं।

यह नीतिगत ढांचा वर्तमान विश्व के नेताओं और कार्यालय के उम्मीदवारों पर लागू होता है, आम नागरिकों पर नहीं जब वे इन पदों को खो चुके होते हैं।’  इस आधार पर, ‘ट्रंप के खाते के लिए अब नियम अन्य उपयोगकर्ता के समान ही होंगे। बता दें कि 3 नवंबर से वोटों की गिनती शुरू होने के बाद ट्रंप ने लगभग 37 बार ट्वीट या रीट्वीट किए और ट्विटर ने 13 में चेतावनी लगा दी। जो बताता है कि ट्रंप द्वारा चुनाव के बारे में बताई गई कुछ या सभी सामग्री विवादित और संभवत: भ्रामक है।

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर  ने राष्ट्रपति ट्रंप के कई ट्वीट को भ्रामक करार दिया है, जिसकी वजह से घंटों बाद भी ट्वीट को कोई लाइक, कमेंट नहीं मिल सका है और न ही कोई उसे रीट्वीट कर पाया।  गुरुवार रात डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी नतीजों पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया था, ‘धोखेबाजी रोको.’ जिसे ट्विटर ने भ्रामक करार देकर छिपा दिया। हालांकि, उस ट्वीट को देखा जा सकता है, लेकिन रीट्वीट या लाइक आदि नहीं किया जा सकता।