‘N440K’ का तिहरा अटैक…आंध्र में मिला नया म्यूटेंट, हजार गुना तक ज्यादा संक्रामक है यह

ऑनलाइन टीम. हैदराबाद : कोरोना का नया म्यूटेंट ‘N440K’ अब दहशत का कारण बनने जा रहे हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वायरस अब तक के वायरस से हजार गुना ज्यादा संक्रामक है। यह पहली बार आंध्र प्रदेश के करनूल शहर में पाया गया था। अब यह म्यूटेंट आंध्र और तेलंगाना सहित देश के कई हिस्सों में तेजी से फैल रहा है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अभी संक्रमण फैला रहे बाकी सभी स्ट्रेन के मुकाबले  ‘N440K’ 10 से 1,000 गुना तक अधिक संक्रामक है, जिसकी वजह से देश के कुछ हिस्सों में दूसरी लहर अपने चरम पर पहुंच गई।

शोधकर्ताओं का यह भी दावा है कि दूसरी लहर के दौरान आंध्र और तेलंगाना में जितने भी नए मामले आए हैं, उसमें से एक तिहाई मामले इसी वेरिएंट के चलते आए हैं और यह लगातार ही फैलता जा रहा है। हैदराबाद के सेंटर फॉर सेलुलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) और गाजियाबाद के एकेडमी फॉर साइंटिफिक एंड इनोवेशन रिसर्च (एसीएसआईआर) के वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया है कि पिछले दो महीनों में देश के 50 फीसदी मामले सिर्फ चार राज्यों- कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ से आए हैं, जो संकेत देते है कि यह वैरिएंट इन इलाकों में फैल चुका है।

चिंता और बढ़ी : 

एक ओर जहां कोरोना का पुराना रूप लोगों को एक के बाद एक चपेट में ले रहा है, तो वहीं इसके डबल म्यूटेंट की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी चिंता का विषय बनी हुई है। अभी डबल म्यूटेशन से लड़ने को तैयार हुए ही थे कि देश के कई हिस्सों में कोरोना के ट्रिपल म्यूटेशन वेरिएंट ने भी दस्तक दे दी है। ट्रिपल म्यूटेंट क्या है और ये कितना खतरनाक है, इस बारे में अभी सीमित जानकारी ही सामने आ सकी है।

नए वेरिएंट लगातार खतरनाक

पहला म्यूटेटिड वायरस, B.1.1.7 था जिसे यूके वेरिएंट के रूप में भी जाना जाता है। ये वायरस इंग्लैंड के दक्षिण-पूर्व में पाया गया था। विशेषज्ञों के अनुसार ये वेरिएंट पुराने वेरिएंट्स की तुलना में 40-70% अधिक संक्रामक (Infectious) था और इससे डेथ रिस्क 60% तक बढ़ा। इसके बाद ब्राजील में नए वेरिएंट E484K का पता चला। ये पिछले म्यूटेशन की तुलना में और अधिक खतरनाक पाया गया। साउथ अफ्रीकन वेरिएंट B.1.351 यूके सहित कम से कम 20 देशों में पाया गया था। E484K से ताल्लुक रखने वाला ये म्यूटेशन एंटीबॉडीज को चकमा देने में माहिर पाया गया। इसके अतिरिक्त, N501 म्यूटेशन इसे और घातक बनाता है।