पोलीकैब के नाम से नकली वायर बनाने, बेचने के मामले में ट्रांसस्पोर्टर गिरफ्तार

पुणे: पोलीकैब कम्पनी के नाम से डुप्लिकेट इलेक्ट्रिक वायर बनाने और उसे बेचने के लिये मंगानेवालो में महत्वपुर्ण भूमिका निभाने वाले ट्रांसस्पोर्टर को फरासखाना पोलिस ने गिरफ्तार किया है। पोलिस जांच में पता चला है कि डुप्लिकेट इलेक्ट्रिक वायर बना कर उसे बेचने का काम पिछ्ले 4 वर्षो से शहर में चल रहा था।

आरोपी का नाम रमेश अमरसिंग कोनडल (उम्र 46, नि. हडपसर, मूल नि. हिमचल प्रदेश) है। इस मामले में इस से पहले दिनेश सिंग रूप्सिंग राजपुरोहित (उम्र.42, नि. शुक्रवार पेठ) को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में श्रीचंद कर्पासिया (उम्र। 39, नि. दिल्ली) ने शिकयत दर्ज करयी थी। राज्पुरोहित क गोदाम पर छापा मार कर डुप्लिकेट वायर, पेकिंग के लिये लगनेवाले कम्पनी के नाम का बोक्स व अन्य सामान कुल मिलाकर 43 लाख रुप्ये का माल पोलिस ने जब्त किया है साथ ही 3 लोगो क खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पिछ्ले 4 वर्षो से यह गोरखधंधा चल रहा था। वायर, गेस चुल्हा, रेगुलेटर, एल्पीजी गस पाइप और कूकर आदि डुप्लिकेट माल का ट्रांस्पोर्ट कर लोगो की जान से खेल रहे थे। इस ममले में कोंडल से पूछ्ताछ करनी है। अधिक्रित कम्पनी वायर और बोक्स अलग अलग नहीं भेजता है इसकी जानकारी होने के बाद भी कोंडल ने ट्रांस्पोर्ट में मदद कि है। इस मामले में सरकारी वकील सुरेखा क्षिरसागर ने पोलिस कस्ट्डी की मांग की। इसके बाद आरोपी को 4 दिन की पोलिस कस्ट्डी में भेजा गया।

इस कारण हुइ करवाई

हाल ही में पुलिस के संग्यान में आया था कि डुप्लिकेट वायर के इस्तेमाल के कारण कई बार शोर्ट्सेर्किट की घट्ना हुई और बिल्डिंग को बडे पैमाने पर नुक्सान पहुंचा है। शहर में इस तरह कि घट्ना ना हो इसे ध्यान में रखते हुए नकली वायर की खरीद बिक्री करने वाले व्यवसयियो पर कारवाई करने के आदेश पोलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने दी। इस आदेश के अनुसार कारवाई की गयी।