देश में 2018 के मुकाबले 2019 में बढ़ा पर्यटन उद्योग

नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)| अनुच्छेद 370 को रद्द कर जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेना, सुप्रीम कोर्ट का फैसला राम मंदिर के पक्ष में आना और हाल ही में लागू हुए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर देशभर में बवाल होने के बावजूद देश में पर्यटन उद्योग में लगातार वृद्धि हो रही है। पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देशभर में जारी विरोध-प्रदशनों का देश के टूरिज्म इंडस्ट्री पर कोई खास प्रभाव नहीं दिख रहा है। ये तब है जब कि 9 प्रमुख देशों ने अपने-अपने नागरिकों को भारत की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। देश में आने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने मीडिया को खुद इस बात की जानकारी देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी हमारे ब्रांड एम्बेसडर हैं, जिनकी वजह से यह इजाफा देखने को मिल रहा है।”

पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2018 के नवंबर महीने में जहां विदेशी पर्यटकों की संख्या 10,12,569 थी। वहीं, वर्ष 2019 के नवंबर माह में विदेशी सैलानियों की संख्या में 7.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ ये आंकड़ा 10,91,946 हो गया।

इसमे ई-वीसा के जरिए पर्यटन में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। नवंबर 2018 तक 2 लाख 61 हजार 956 टूरिस्ट भारत आए थे। जबकि नवंबर 2019 तक 3 लाख 75 हजार 484 पर्यटक भारत आए। मंत्रालय के मुताबिक 2018 के मुकाबले 2019 नंवबर में विदेशी आय में 19.6 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। 2018 के नवंबर में 16584 हजार करोड़ और 2019 के नवंबर में 19831 हजार करोड़ यह आंकड़ा रहा। अकेले महामल्लपुरम में सैलानियों की संख्या में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री मोदी की महामल्लपुरम में मुलाकात की वजह से मामल्लपुरम विश्व पर्यटन के मानचित्र पर आ गया है। इस हाई प्रोफाइल मुलाकात के बाद से ही मामल्लपुरम लगातार पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। खासकर चीनी पर्यटक इसमें अधिक दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

भारत सरकार चीनी पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा लुभावने ऑफर देकर उन्हें भारत की ओर आकर्षित करना चाहती है। पूरे विश्व में चीन के ज्यादातर पर्यटक विदेश घूमने जाते हैं। पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि उन्हें फोकस करना है, क्योंकि सिर्फ 3 से 3.5 लाख तक ही लोग भारत का रुख करते हैं।

पर्यटन मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार भविष्य में 17 प्रसिद्ध जगहों में पर्यटन को बढ़ावा देने की कार्ययोजना पर काम कर रही है।