नई दिल्ली – कोरोना काल का करीब छह महीना पुराना वीडियो आज बेहद चर्चा का विषय बना है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में कई टोल प्लाजा पर बिना टोल टैक्स देकर यात्रा करने वाले जिला जज को बरेली तथा मुरादाबाद के बीच पड़े एक टोल पर नियम का पालन न करना काफी भारी पड़ गया। सितंबर के इस प्रकरण में टोल मैनेजर ने जिला जज को नियम का ऐसा पाठ पढ़ाया कि उनको 80 रुपया टोल देकर ही गाड़ी को आगे ले जाना पड़ा। यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर काफी ट्रोल कर रहा है।
टोल मैनेजर ने कैसा शानदार सबक सिखाया
जिला न्यायालय के जज को, अवश्य देखिये।👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼
Judge saheb refused to pay toll. Watch how Toll Manager educated him laws of this land. pic.twitter.com/kja08qSJ1q
— भारत पुनरुत्थान Fringe Bharata (@punarutthana) March 13, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक जज टोल टैक्स दिए बगैर ही जाना चाहते थे। लेकिन, टोल पर मौजूद लोगों उनसे टैक्स देने की बात कही। लेकिन, जज साहब टैक्स देने को तैयार नहीं थे। इसके बाद जज साहब और टोल मैनेजर के बीच कहासुनी शुरू हो गई। मैनेजर का कहना था कि टोल टैक्स की माफी केवल उच्च न्यायलय के जज के लिए होती है। जबकि, आप जिला न्यायालय के जज हैं लिहाजा आपको टैक्स चुकाना पड़ेगा। दोनों के बीच काफी देर तक बहस होती है।
जज साहब की दलील था की वह राजस्थान और मध्य प्रदेश से होकर आ रहे हैं और उन्होंने वहां भी टोल नहीं दिया। विवाद बढऩे पर टोल मैनेजर ने आकर उनको नियम के साथ कानून का पाठ पढ़ा दिया। मैनेजर ने कहा कि आपने अपने अधिकारों का गलत फायदा उठाया है और नियम से बढ़कर न्यायालय भी नहीं है। आप 80 रुपये दीजिए। यहां आपको टोल देना होगा। जिला जज ने 10 मिनट से टोल पर गाड़ी खड़ी करने के दौरान भी टोल मैनेजर के साथ खूब बहस की लेकिन मैनेजर ने बातों ही बातों में जज को झाड़ा।
यह वीडियो 2020 का है. 2:20 मिनट के इस वीडियो में टोल मैनेजर जज से कई ऐसी बातें कहता है जो जज को नियम कायदे बताने में कारगर हैं। टोल मैनेजर के प्रयास का नतीजा यह हुआ कि अंत में जिला जज को 80 रुपये टोल टैक्स चुकाना पड़ा।