नदी में डूबे युवक का तीन दिन बाद भी सुराग नहीं, मां का रो-रो कर बुरा हाल

 

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पिंपले गुरव में नदी में छलांग लगाकर डूब जाने वाले युवक को तीन दिनों की तलाश के बाद भी खोजा नहीं जा सका। यह घटना मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े चार बजे घटी थी। तब से ही फायर ब्रिगेड की दो टीमें युवक की तलाश कर रही हैं, मगर जलकुंभियों तथा वाटर लेवल में वृद्धि के चलते डूबे युवक की अब तक तलाश नहीं की जा सकी। यह जानकारी डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर ओमप्रकाश बहीवाल ने दै। ङ्गआज का आनंदफ प्रतिनिधि के साथ हुई बातचीत के दौरान दी।

मंगलवार की शाम से तलाश जारी है

नदी में डूबे शुभम येडे (उम्र 23 वर्ष, निवासी रहाटणी) की मंगलवार की शाम से तलाश जारी है, मगर अब तक उसे खोजा नहीं जा सका। गुरुवार की शाम पर्याप्त रोशनी के अभाव में खोज कार्य रोकना पड़ा। शुक्रवार को भी तलाश मुहिम जारी रही। मनपा के डिजास्टर मैनेजमेंट सिस्टम एवं फायर ब्रिगेड टीम द्वारा विक्टिम लोकेशन व ड्रोन कैमरे का प्रयोग भी किया गया। फायर ब्रिगेड एवं डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग की टीमें दिनभर घटनास्थल पर उपस्थित रहीं व तलाश जारी रखी गई, मगर शुक्रवार को भी निराशा ही हाथ लगी।

नदी में किसी को बहता हुआ देखे जाने की जानकारी

पिंपले गुरव में नदी के घाट परिसर में मंगलवार व बुधवार को तलाश जारी थी। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दापोड़ी स्थित हैरिस ब्रिज व बोपोड़ी को जोड़ने वाले ब्रिज के बीच नदी में किसी को बहता हुआ देखे जाने की जानकारी दी। इस जानकारी के आधार पर गुरुवार की दोपहर से दापोड़ी में तलाश शुरू की गई, मगर शुभम को खोजा नहीं जा सका। अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए दापोड़ी में ड्रोन कैमरे की सहायता से खोज शुरू की गई, मगर नदी में बड़े पैमाने पर जलकुंभियां होने से असफलता ही हाथ लगी। शुभम के परिजन भी तीन दिनों से परेशान हैं।

शुक्रवार की सुबह से अत्याधुनिक विक्टिम लोकेशन कैमरे का उपयोग शुरू किया गया। नदी पाट में भरे पानी के तल में कैमरा डालकर तलाश की गई व ड्रोन कैमरे का भी उपयोग किया गया, मगर शुभम को नहीं खोजा जा सका। इस बीच भारी बारिश होने व वाटर लेवल में वृद्धि तथा बड़े पैमाने पर जलकुंभियों के चलते तलाश कार्य में बाधा पहुंची।
तलाश कार्य में मनपा के फायर ब्रिगेड के मुख्य अधिकारी किरण गावडे, डिजास्टर मैनेजमेंट ऑफिसर ओमप्रकाश बहीवाल, उप अधिकारी अरविंद गुली, शांताराम काटे, डिप्टी इंजीनियर जयदीप पवार, आशुतोष हरनवल, रमेश गायकवाड़ व फायर ब्रिगेड कर्मचारी जुटे हुए हैं।