पुणे : समाचार ऑनलाईन – इस बार मानसून तय समय से कुछ देरी से आएगी। 6 जून को यह केरल में दाखिल होगी। जबकि महाराष्ट्र में मानसून 11 जून को प्रवेश करेगी। यह अनुमान भारतीय मौसम विभाग ने लगाया है। इससे पहले मौसम विभाग ने इस बार देश में औसत 96 प्रतिशत बारिश होने की संभावना जताई है।
हिंद महासागर में मानसून के लिए पोषक वातावरण तैयार हो रहा है। 18 और 19 मई को अंदमान और निकोबार के दक्षिण क्षेत्र में रूकेगा। 23 मई तक मानसून पूरे अंदमान और निकोबार परिसर में छा जाएगा। इसके बाद मानसून केरल तक का सफर 6 जून तक पूरा करेगा। सामान्य रूप से केरल में मानसून एक जून को प्रवेश करता है। लेकिन इस बार देरी से प्रवेश करने की संभावना है।
महाराष्ट्र में हर वर्ष 5 से 10 जून तक मानसून दाखिल हो जाता है। लेकिन इस बार देरी होगी। यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग के सीनियर मौसम वैज्ञानिक और क्लाइमेट रिसर्च एंड सर्विसेस के प्रमुख डॉ। डी।एस। पई ने दी। मानसून के देश के दक्षिणी भाग में देरी से प्रवेश होने के बावजूद इसके बाद इसकी विकास की गति धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि इस तरह के पोषक वातावरण निर्मित होने का अनुमान है।
मानसून का आगमन
वर्ष अंदमान में आगमन केरल में आगमन
2011 30 मई 30 मई2012 23 मई 5 जून
2013 17 मई 1 जून
2014 18 मई 6 जून
2015 16 मई 5 जून
2016 18 मई 8 जून
2017 14 मई 30 मई
2018 25 मई 29 मई