इस शख्स ने खुद को बताया पूर्व पीएम का बेटा, पुराणों का दिया हवाला

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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इलाज के लिए एम्स में भर्ती हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के एक शख्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर खुद को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का मानस पुत्र घोषित करने की मांग की है। लखनऊ में वकालत करने वाले संजीव द्विवेदी का कहना है कि वो पूर्व पीएम को अपना पिता मानते हैं और उनकी सेवा करना चाहते हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में वकालत करने वाले द्विवेदी 1996 में संसद भवन में पूर्व पीएम वाजपेयी द्वारा दिए गए भाषण से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने तब से वाजपेयी को भगवान की तरह पूजना शुरू कर दिया।[amazon_link asins=’B077PWBC7J’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’d1170be8-7ee1-11e8-aa28-d5d71497f1f3′]

अगले सप्ताह होगी सुनवाई
संजीव द्विवेदी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में पुराणों में ब्रह्मा के मानस पुत्रों के मानस पुत्रों को हवाला देकर खुद को पूर्व पीएम का मानस पुत्र घोषित करने की मांग की है। इस याचिका की सुनवाई इस महीने के दूसरे सप्ताह में हो सकती है। द्विवेदी का कहना है कि 1996 के बाद से वह पूर्व पीएम वाजपेयी को फॉलो कर रहे हैं। वाजपेयी की हर बात, हर कविता उनके जेहन में रच-बस गई है। उनके दिन की शुरुआत मंदिर में रखी पूर्व पीएम की फोटो की आरती से होती है।

हमारे बीच कोई रिश्ता है
द्विवेदी ने वाजपेयी के ऊपर एक किताब भी लिखी है, जिसकी छपाई का काम चल रहा है। उनका कहना है कि उन्हें पूर्व पीएम के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है। इसलिए उन्होंने पुराणों का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है और खुद को उनका मानस पुत्र घोषित करने की मांग की है। मूलरूप से थाना अरवल के चंदापुर निवासी वकील संजीव द्विवेदी मानते हैं कि उनके और पूर्व पीएम वाजपेयी के बीच कोई रिश्ता है, क्योंकि जब पहली बार उनकी पूर्व पीएम से मुलाकात हुई थी, तो उन्हें देखकर वाजपेयी की आंखों से आंसू निकल आये थे।[amazon_link asins=’B01N7Z39NR’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’f13a47cf-7ee1-11e8-971d-73fc4c93f5c2′]

अक्सर जाते थे मिलने
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को अपना पिता तुल्य मानने वाले संजीव द्विवेदी को भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें निराश नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि वो अक्सर वाजपेयी से मुलाकात करने उनके आवास पर जाते थे, लेकिन उनका स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने के बाद अब वो उनके पास रहकर उनकी सेवा करना चाहते हैं।

क्या होता है मानस पुत्र?
मानस पुत्र का अर्थ है मन से माना गया पुत्र। हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा ने अपने मन से 10 पुत्रों को जन्म दिया, जिन्हें मानसपुत्र कहा जाता है। भागवत पुराण के अनुसार ये मानसपुत्र ये हैं- अत्रि, अंगरिस, पुलस्त्य, मरीचि, पुलह, क्रतु, भृगु, वशिस्ठ, दक्ष, और नारद हैं। इन ऋषियों को प्रजापति भी कहते हैं।