समाचार ऑनलाइन– आपको जानकर हैरानी होगी कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गिरफ्तार कर करने वाले आईपीएस अधिकारी एनके सिंह भी साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं. बदमाश उनके अकाउंट से 1.75 लाख रुपये निकालने में कामयाब रहें. इस मामले से समझा जा सकता है कि वर्तमान में अपने पैसे को साइबर ठगों से बचाकर रख पाना कितना मुश्किल हो गया है. वहीं यह सोचनीय है कि इतने बड़े अधिकारी को जब इतनी आसानी से ठगा जा सकता है, तो आम लोगों को ठगना बदमाशों के लिए चुटकियों का काम है. ऐसे में सभी को बेहद सतर्क रहने के बेहद जरूरत है.
क्या है मामला
बता दें कि पूर्व आईपीएस एनके सिंह (81) अपने परिवार के साथ मयूर विहार में एक अपार्टमेंट में रहते हैं. 28 नवंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया था, जिसमें कॉलर ने खुद को SBI, मुंबई ब्रांच का प्रवीण कुमार नमक कर्मचारी बताया था. उसने सिंह से कहा कि आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो गया है. इसलिए आपको कुछ जानकारियां देनी होंगी.
सिंह ठग की बातों में आ गए और अपने बैंक अकाउंट संबंधी कुछ जानकारियाँ उसे दे दी,थोड़ी देर में उन्हें कॉलर पर शक हुआ, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
सिंह को थोड़ी देर में बैंक से फोन आया और उन्हें 1.75 लाख रुपये के संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जानकारी दी गई. इसके तुरंत बाद अकाउंट को बंद कर दिया गया व मामले की शिकायत पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर थाने में की गई. हालाँकि हाईप्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस और साइबर क्राइम की टीम मुस्तैदी से जाँच में जुट गई है. अलग-अलग टीमें बनाकर दिल्ली व अन्य राज्यों में भेजी गई है. हर जगह बदमाशों की तलाश की जा रही है.
बैंक के एक प्रतिनिधि ने बताया कि उनके खाते से कुछ संदिग्ध ट्रांजेक्शन हुई हैं. 99,999 समेत कुल तीन ट्रांजेक्शन के जरिये उनके खाते से 1.75 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं.
बता दें कि एनके सिंह 1961 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं. वे CBI में संयुक्त निदेशक समेत कई अहम पदों पर भी रह चुके हैं.
वे साल 1996 में रिटायर हो गए थे. सिंह उस समय सुर्ख़ियों में आए थे, तब उन्होंने साल 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को एक मामले के तहत गिरफ्तार किया था. वे हमेशा अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चा में रहे हैं.
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