मोदी सरकार के इस फैसले से हिट हुआ ये बिज़नेस, आप भी कर सकते है हर महीने 50 हज़ार तक कमाई

नई दिल्ली, 6 नवंबर  – सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पाद को मोदी सरकार ने बैन कर दिया है. इसका फायदा गोल्ड फाइबर यानी जूट को मिल रहा है. जूट मिलों की डिमांड अचानक से बढ़ गई है. मिलों को बड़ी मात्रा में आर्डर मिल रहे है. डिमांड का आलम ये है कि जूट मिलों को सरकार से ये अपील करनी पड़ी है कि वह फ़िलहाल जूट बैग के और आर्डर नहीं दे. अगर आप  नया बिज़नेस शुरू करने की सोच रहे है तो आपके पास ये खास बिज़नेस शुरू करने का बड़ा मौका है. आपके लिए काम निवेश में जूट के बैग बनाने की यूनिट लगाना बेहतर विकल्प है.
* बिज़नेस स्टैंडर्ड की खबर के अनुसार बिरला कॉरपोरेशन की यूनिट बिरला जूट मिल्स को 20 लाख जूट थैलों का आर्डर पूरा करने के लिए अपनी क्षमता बढ़ानी पड़ रही है.

*  बिरला जूट मिल्स के अस्सिटेंट वाईस प्रेजिडेंट आदित्य शर्मा ने बताया कि हमने पिछले साल यह यूनिट शुरू की है और हमारी क्षमता महीने में 1,50,000 बैग बनाने की है.

इतने में शुरू होगी यूनिट
मिनिस्ट्री ऑफ़ टेक्सटाइल के हेंडीक्राफ्ट डिवीज़न के अनुसार अगर आप एक जूट बैग बनाने की यूनिट लगाना चाहते है तो आपको 5 सिलाई मशीन खरीदनी पड़ेगी। जिनमे दो हैवी ड्यूटी वाली होनी चाहिए। इनमे आपको करीब 90 हज़ार रुपए खर्च करने होंगे। आपको करीब 1 लाख वर्किंग कैपिटल की जरुरत पड़ेगी। इसके आलावा फिक्स्ड असेट, ऑपरेटिंग खर्च आदि पर करीब 58 हज़ार रुपए का खर्च आएगा। इस तरह से प्रोजेक्ट की कैपिटल कॉस्ट लगभग 2. 52 लाख रुपए होगी।

कितना प्रोडक्शन होगा 
अगर आप इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आधार पर यूनिट लगाते है तो आप 9 हज़ार ‘शॉपिंग बैग, 6 हज़ार लेडीज बैग, 7500 स्कूल बैग, 9 हज़ार जेंट्स हैंड बैग, 6 हज़ार जूट बम्बू फोल्डर सालाना प्रोडक्शन कर सकते है.
कितनी होगी इनकम 
रॉ मेटेरियल, सैलरी, रेंट, डेप्रिसिएशन, बैंक इंटरेस्ट आदि पर लगभग 27. 95 लाख रुपए का खर्च आएगा। आपका सेल्स रेवेन्यू 32. 25 लाख रुपए होगा। आपको साल भर में 4. 30 लाख रुपए का लाभ होगा। यानी हर महीने करीब 36 हज़ार रुपए की कमाई होगी।