‘इस’ बीजेपी सांसद ने पंकजा मुंडे को घेरा;  कहा- अपनी हार दूसरों के माथे क्यों मार रही हैं?

पुणे  : समाचार ऑनलाइन –  अगर पंकजा मुंडे, गोपीनाथ मुंडे और पार्टी से अलग जाकर कोई कार्यक्रम का आयोजन करती हैं, तो उसमें एक भी नेता नहीं नहीं आएगा. पंकजा मुंडे को मुंडे परिवार का अस्तित्व ध्यान रखना चाहिए. अपनी हार को दूसरे के माथे क्यों मार रही हैं? निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने ही आपको वोट नहीं दिया. चंद्रकांत पाटिल कोल्हापुर से आकर पुणे में चुने गए. आपको ही आपके मतदाताओं को संभालते नहीं आया. कोई बाहर के लोगों ने आकर वोट दिया है क्या ? ऐसे कई सवाल भाजपा सांसद संजय काकड़े ने पंकजा मुड़े पर उठाए हैं.

संजय काकड़े ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में बताया कि,पंकजा मुंडे को 30 हजार मतों से हार मिली है. उनकी कल की रैली से पार्टी को कुछ नुकसान पहुंचेगा, ऐसा नहीं लगता. यह सिर्फ खुद को व्यक्तिगत संतुष्टि देने वाली बातें हैं. उन्होंने आगे कहा कि, जो लोग अपने स्वयं के घर, मुट्ठीभर पर मतदारसंघ को नहीं संभाल सकते, घर में एक सांसद और एक मंत्री होते हुए भी पराजित होते हैं. हार को पचाया नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि पंकजा मुंडे की रैली को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है.

आगे उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि, ऐसा नहीं लगता है कि ओबीसी समाज भाजपा से अलग हो जाएगा. वहीं उन्होंने पंकजा मुंडे पर भी हमला करते हुए कहा कि पार्टी में 50 से अधिक भाजपा विधायक ओबीसी समुदाय के हैं. पंकजा मुंडे ने कल जाति की राजनीति की है. 5 साल सत्ता में रहने के बाद, भी  आपने मराठवाड़ा के सूखे के लिए क्या किया? पिछले 6 वर्षों में, पंकजा मुंडे द्वारा किन सामुदायिक कार्यकर्ताओं की देखभाल की गई है?

संजय काकड़े कहना ही कि, पंकजा मुंडे को गंभीरता से लेने की जरूरत ही नहीं है. गोपीनाथ मुंडे ने पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है और पार्टी ने भी उन्हें काफी सम्मान दिया है. उन्होंने गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर एक अलग नाटक रचने की कोशिश की है. साथ ही काकड़े ने मुट्ठी भर लोगों को मंच पर ले जाकर इस तरह की भाषणबाजी करने की आलोचना की है.