कोरोना की तीसरी लहर में छोटे बच्चों के संक्रमित होने का बड़ा खतरा 

वरिष्ठ नगरसेविका सीमा सावले ने प्रशासन से की तत्काल उपाययोजना की मांग 
पिंपरी। अभी महामारी की दूसरी लहर का आतंक बरकरार ही है, उसी में तीसरी लहर की आहट अभी से सुनाई दे रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर में छोटे बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे। इस पृष्ठभूमि पर भाजपा की वरिष्ठ नगरसेविका सीमा सावले ने पिंपरी चिंचवड़ मनपा प्रशासन से मांग की है कि तीसरी लहर से निपटने की तैयारी अभी से शुरू कर देनी चाहिए। इस बारे में उन्होंने मनपा आयुक्त राजेश पाटिल को एक ज्ञापन भी सौंपा है।
नगरसेविका सावले ने कहा है कि, भारत में कोरोना का प्रकोप मार्च 2020 से शुरू हुआ। कोरोना की पहली लहर में वरिष्ठ नागरिकों और विशेष रूप से कोमॅार्बीड नागरिकों के बीच कोरोना संक्रमण का ज्यादा फैलाव हुआ था। दूसरी लहर ने तो चहुंओर आतंक मचा कर रखा हुआ है। इस दूसरी लहर में, 25 से 50 वर्ष की आयु में कोरोना संक्रमण अधिक फैला है। युवाओं में मृत्यु दर में भी वृद्धि हुई है। कोरोना वायरस की इस दूसरी लहर में बड़ी संख्या में बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं।
राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना की दूसरी लहर का करीबन दो तृतीयांश संक्रमण 50 की उम्र के भीतर के लोगों में फैला है। इसमें 41- 50 वर्ष की आयु में 18.15 फीसदी, 31- 40 वर्ष की आयु में 22.09 फीसदी, 21-31 वर्ष की आयु में 17.51 फीसद के अलावा 10 साल से कम उम्र के बच्चों में 3.04 फीसद, 10 से 20 आयु के बच्चों में 6.08 फीसद से ज्यादा संक्रमण फैला है। पिछले साल की तुलना में इस साल की स्थिति काफी अलग व विदारक है।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार छोटे बच्चों में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर अधिक प्रचलित रहेगी। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए, उचित व्यवस्था और सही योजना का होना आवश्यक है। मनपा सीमा के भीतर अस्पतालों में बच्चों के उपचार के कमरे को सुसज्जित करना होगा। बाल रोग विशेषज्ञ, पर्याप्त संख्या में बाल रोग विशेषज्ञ, सहायता कर्मचारियों, बच्चों के लिए अलगाव / कोविड केयर केंद्रों, दवाओं के स्टॉक, अन्य उपकरणों आदि के मामले में, प्रशासन को पहले से योजना बनानी चाहिए। नगरसेविका सावले ने मांग की है कि तीसरी लहर के संभावित खतरे को देखते हुए आवश्यक ऑक्सीजन सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए और इसके लिए किसी पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।