तीन महीने में 3600 कुत्तों की नसबंदी होगी

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन-पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा जिन कुत्तों की नसबंदी हो चुकी है उन कुत्तों के फोटोग्राफ्स लिए जाएंगे। नसबंदी किए गए कुत्तों की पहचान के लिए उस पर निशान भी लगाने का आदेश स्थायी समिति ने पशु चिकित्सा विभाग को दिया है। पिछले वर्ष 14 हजार कुत्तों की नसबंदी का दावा पशु चिकित्सा विभाग ने किया था। अगले तीन महीने में 3600 कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। इस बीच आम लोग सवाल उठा रहे हैं कि शहर में इतनी बड़ी संख्या में कुत्ते आए कहां से?

गुरुवार को स्थायी समिति की बैठक हुई। इस बैठक में मनपा की तरफ से लातूर के मेसर्स सोसायटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल और नवी मुंबई के एनिमल वेलफेयर एसोसिएशन को शहर के कुत्तों की नसबंदी का काम सौंपा गया था। इस कार्य की अवधि समाप्त हो गई थी। उसे स्थायी समिति द्वारा तीन महीने का अतिरिक्त समय दिया गया है। इस कार्य पर खर्च होने वाले अतिरिक्त 24 लाख रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इन संस्थाओं के जरिए अगले तीन महीने में 3600 कुत्तों की नसबंदी की जाएगी। महीने में 1200 कुत्तों की नसबंदी होगी।

शहर में कुत्तों की बढ़ती संख्या पर स्थायी समिति में गुरुवार को चर्चा हुई। नगरसेवक विलास मडिगेरी ने कहा कि शहर में आवारा कुत्तों की संख्या काफी अधिक है। कहा जाता है कि कुत्तों की नसबंदी की जा रही है, लेकिन कुत्तों की संख्या कम नहीं हो रही है। कोर्ट के आदेश के कारण आवारा कुत्तों को मारा नहीं जा रहा है। जिन जगहों से कुत्तों को उठाया जाता है। उनकी नसबंदी करने के बाद वहीं छोड़ना होता है। पिछले वर्ष 14 हजार कुत्तों की नसबंदी का दावा किया गया। इस पर 38 लाख रुपए खर्च किए गए।

लेकिन कुत्तों की संख्या कम नहीं हो रही है। इसलिए कितने कुत्तों की नसबंदी की गई। इसकी विस्तृत जानकारी देने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा जिन कुत्तों की नसबंदी हो गयी है उनके फोटोग्राफ्स लेने, जिन कुत्तों की नसबंदी हो चुकी है उनकी पहचान के लिए उन पर निशान लगाने व उनकी जानकारी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
नगरसेविका गीता मंचरकर ने कहा कि कुत्तों की नसबंदी के मामले में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है।