YouTube से हर महीने होती है ‘इतनी’ कमाई; नितीन गडकरी ने बताया कोरोना काल में कितना बदला उनका जीवन

मुंबई: कोरोना की दूसरी लहर का कहर देश में अभी भी जारी है। नए संक्रमित मरीजो की संख्या में गिरावट आई है लेकिन मरने वालो का आंकड़ा चिंताजनक है। कोरोना की वजह से वर्क फ्रॉम होम, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, सोशल मीडिया का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर हो रहा है। केंद्रीय मंत्री  नितीन गडकरी भी कोरोना काल में सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव दिख रहे हैं। भाषण की वजह से यूट्यूब हर महीने पैसे देता है, ऐसा नितीन गडकरी ने कहा।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने देश के विद्यापीठ के कुलगुरू से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद साधा। इसमे नितीन गडकरी ने सोशल मीडिया की उपयोगिता और उससे जीवन में हुए सकारात्मक बदलाव पर खुले तौर पर विचार रखा। कोरोना संकट की वजह से जीवन पर हुए प्रभाव साथ ही खुद के यूट्यूब चैनल पर महीने में कितनी कमाई होती है, ऐसे अनेक बातों के संदर्भ में विस्तृत चर्चा करते हुए कुछ खुलासा भी किया।

कोरोना की वजह से मेरे जीवन में आया बहुत बड़ा बदलाव

पहले मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा नहीं था। कोरोना काल में इसका ज्यादा इस्तेमाल करने लगा। कोरोना संकट से पहले मैं सोशल नेटवर्किंग से ज्यादा फ्रेंडली नहीं था। इसलिए मैं ज्यादा सक्रिय नहीं था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए इस पर सक्रिय रहने की सलाह देते थे। लेकिन मुझ से ये होता ही नहीं था। हालांकि कोरोना संकट की वजह से सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने लगा। कोरोना की वजह से जीवन में 2 से 3 बहुत बड़े बदलाव हुए हैं।

यूट्यूब पर भागवत गीता भी सुनने लगा

मोबाइल पर गाने सुनने के साथ ही यू ट्यूब पर कई वीडियो देखता हूँ। रोज सुबह शाम मैं 25 मिनट पैदल चलता हूँ। यूट्यूब पर भागवत गीता सुनता हूँ। मुझे 10वां अध्याय और उसका पूरा विवरण शांति से सुनने का मौका इस दौरान मिला। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी, ऐसा नितीन गडकरी ने कहा। कोरोना काल में लगभग 950 वीडियो कॉन्फ्रेन्स लिया। ट्वीटर पर 1 करोड़ 20 लाख फॉलोअर्स जुड़े। यह जानकारी गडकरी ने दी।

यूट्यूब से कितनी कमाई होती है?

यूट्यूब पर जो भाषण दिया, इसके लिए यूट्यूब पैसे देता है। आज के समय में मुझे यूट्यूब से हर महीने चार लाख रुपये मिलते हैं। ये पैसे कोविड संदर्भ सभी कामों के लिए दान के रूप में दिए जाते हैं, ऐसा नितीन गडकरी ने कहा। गडकरी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान कई अनुभवों पर पुस्तक लिखी, इस पुस्तक की 10 हजार अंग्रेजी प्रति प्रकाशित होने से पहले ही बिक गई।