पुणे, 21 जून : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच बंद दरवाजे में हुई बातचीत, प्रताप सरनाईक का लेटर बम के कारण राज्य की राजनीति में नई हवा बहने लगी है। राज्य में राजनीतिक भूकंप होगा और राज्य में भाजपा-शिवसेना गठबंधन की सरकार बनेगी। यह चर्चा खुलेआम होने लगी है। इस बीच इस मामले में दोनों पार्टी के सीनियर नेताओं दवारा उल्टे-सीधे बयान दिए जा रहे है। इसे देखते हुए पुणे के भाजपा सांसद गिरीश बापट का कहना है कि भाजपा-शिवसेना का गठबंधन संभव है। पुणे मनपा चुनाव में राष्ट्रवादी की बजाय शिवसेना को साथ लेकर चलना पसंद करेंगे।
पुणे में गिरीश बापट ने पत्रकारों से बात की। इस मौके पर उन्होंने भाजपा-शिवसेना के रिश्ते पर बयान दिया। गिरीश बापट ने कहा कि हमारा शिवसेना के साथ गठबंधन नैसर्गिक है। लेकिन बीच के दिनों में कुछ लोगों की वजह से यह टूट गया। लेकिन भविष्य में गठबंधन होता है तो भाजपा के कार्यकर्ताओं को ख़ुशी होगी। भाजपा और शिवसेना का गठबंधन हिंदुत्व पर आधारित है। यह आने वाले दिनों में हो सकता है क्योंकि दोनों पार्टियां का हिंदुत्व पर विश्वास है।
पुणे मनपा में भाजपा की सत्ता आएगी
इस मौके पर गिरीश बापट ने दावा किया कि आने वाले समय में होने वाले मनपा चुनाव में भाजपा की फिर से सत्ता आएगी। मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस को एक प्रमुख पार्टी नहीं मानता हूं। वह पश्चिम महाराष्ट्र की एक पार्टी है। मनपा चुनाव में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
अब शिवसेना को निर्णय लेना है
शिवसेना नेता प्रताप सरनाईक दवारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे गए लेटर बम पर बोलते हुए कहा कि सरनाईक से सब कुछ अपने मन से कहा है। अब निर्णय क्या लेना है यह शिवसेना के हाथ में है। भविष्य में हिंदुत्व के मुद्दे पर भाजपा-शिवसेना का गडठ्बन्धन संभव।
अजीत पवार शराब पवार की बात नहीं सुनते है ये मालूम था लेकिन ..
यह जानकारी थी कि अजीत पवार शरद पवार की बात नहीं सुनते है। लेकिन कार्यकर्ता भी नहीं सुनते है, यह पता चला है। लेकिन दादा के कार्यकर्ता उनकी नहीं सुनते है यह मालूम नहीं था।