पूरी दुनिया ने कोरोना के आगे टेके घुटने, लेकिन पुणे जिले के 48 गांवों को छू भी नहीं पाया कोरोना

पुणे : ऑनलाइन टीम – भारत समेत पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोना महामारी अब भी कुछ गांव से अछूत है। जो की अच्छी बात है। दरअसल पुणे जिले के अड़तालीस गांव अभी तक कोरोना महामारी से प्रभावित नहीं हुए हैं। इन गांवों में अब तक कोरोना के एक भी मरीज नहीं पाए गए है। इनमें से ज्यादातर दूरदराज वाले इलाके हैं। इस बीच जिले के 442 ग्राम पंचायत आज कोरोना मुक्त हो गए।

राज्य में कोरोना का पहला मरीज 9 मार्च 2020 को पुणे जिले में मिला था। जिसके बाद हड़कंप मच गया था। जिसके बाद देखते ही देखते एक महीने के अंदर  ही कोरोना का प्रकोप शहरी से ग्रामीण इलाकों में फैल गया। फिर पहली लहर सितंबर-अक्टूबर में कोरोना महामारी पूरे ग्रामीण क्षेत्र में आ गई। कोरोना की दूसरी लहर में हजारों गांव इसकी चपेट में आ गयी। पहली और दूसरी लहर में जिले की 1355 ग्राम पंचायतें कोरोना से प्रभावित रहीं। राहत की बात यह है कि भीषण कोरोना महामारी के बीच 48 गांव को कोरोना छू भी नहीं पायी। जैसे-जैसे कोरोना की दूसरी लहर थमती जा रही है, गांव भी धीरे-धीरे कोरोना मुक्त होने लगे हैं।

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक 2 लाख 60 हजार कोरोना संक्रमित मरीज हो चुके हैं। इसमें से 2 लाख 21 हजार 653 मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज हो चुके हैं और फिलहाल 30 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है। जिले में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हवेली तालुका में हैं और उनकी संख्या 60,000 हो गई है। इसके बाद खेड़ तालुका में 30,000 मरीज हैं। खेड़ तालुका में भर्ती मरीजों की संख्या जिले के अन्य तालुकों की तुलना में चार हजार से अधिक को छोड़कर अधिक है।