‘तिजोरी खाली है बोलने वाली ठाकरे सरकार के अपव्यय का नमूना’

विधिमंडल में चर्चा होने तक बिजली बिल न भरने वालो के कनेक्शन काटने पर रोक लगाने के आदेश की घोषणा उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने 2 मार्च को ही की थी। हालांकि कनेक्शन काटने को दी गई स्थगिती को सभागृह की इज़ाज़त के बाद ही उठाई गई। यह जानकारी ऊर्जामंत्री नितिन राऊत ने सत्र के अंतिम दिन विधान परिषद में एक निवेदन के द्वारा दी।

कोरोना महामारी की वजह से महावितरण की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है। महावितरण को सक्षम करने की जिम्मेदारी और कर्तव्य ग्राहको की और हम सभी की है। इसलिए ग्राहक को बकाया राशि भरने के लिए प्रोत्साहित कर महावितरण को सहयोग करे, यह अपील भी उन्होंने की। मार्च से जून 2020 के दौरान महाराष्ट्र विद्युत नियामक आयोग के अनुसार पिछले तीन महीनों के औसत अनुसार बिजली बिल दिया गया।

राज्य के लगभग ढाइ करोड़ घरेलू ग्राहको में से 6 लाख 94 हजार लोगो की शिकायत मिली है। इसमे से 99 प्रतिशत शिकायतो का निपटारा किया गया है। हालांकि भाजपा ने आरोप लगाया है कि ऊर्जा मंत्री के बंगले पर करोड़ो रूपये उड़ाए जा रहे हैं। हमारी तिजोरी खाली है कहने वाली ठाकरे सरकार की अपव्यय का एक नमूना…यह घर और कार्यालय है ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत का…ऐसा कहते हुए भाजपा ने राऊत के सरकारी घर और कार्यालय का फोटो शेयर किया है। इस ऐशोआराम में कुछ कसर बांकी है इसलिए गरीब, किसान और सामान्य लोगों का बिजली कनेक्शन काटने की जोरदार अभियान चालू है। भाजपा ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ऊर्जा मंत्री के सरकारी घर और सरकारी कार्यालय का फोटो शेयर किया है। आलीशान घर और इसकी सजावट देखकर किसी की भी भौएं तन जाएगी। कुछ दिन पहले भाजपा ने ऊर्जा मंत्री के विमान यात्रा पर टिप्पणी की थी। उस समय सरकारी खर्चे से यात्रा करने के मुद्दे पर उन्हें घेरा था। एक ओर सर्वसामान्य जनता परेशानी में है और दूसरी तरफ इतने आलीशान तरीके की सेवा सुविधाओं के लिए पैसे खर्च करने पर सवाल उठाया गया है।