बिजली विभाग का अनोखा कारनामा! फ्लैट की कीमत 7 लाख, लेकिन बिजली बिल आया 77. 31 लाख रुपए

नई दिल्ली : देशभर में कोरोना का कहर है। कोरोना को रोकने के लिए पुरे देश में लॉकडाउन लागु किया गया। कई लोगों की इनकम बंद हो गयी। ऐसे में अब लोगों बिजली बिल से परेशान हो रहे है। लोग ज्यादा बिल आने से शिकायत दर्ज़ करा रहे है। हरियाणा से एक ऐसी ही घटना सामने आई है। 7 लाख रुपये के फ्लैट का बिल 77.31 लाख रुपए आया है। बिना रीडिंग दर्ज किए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) की तरफ से उपभोक्ताओं को बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। सेक्टर 57 में हाउसिंग बोर्ड के करीब 200 वर्ग फीट के ईडब्ल्यूएस फ्लैट का दो महीने का बिजली बिल करीब 77.31 लाख रुपये आया है।

क्या है पूरा मामला –
हाउसिंग बोर्ड की ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में मकान नंबर 373 का ग्राउंड फ्लोर गोपाल राम के नाम पर है। उनका बिजली बिल करीब 77.31 लाख रुपये आया है। 4 जनवरी तक बिजली बिल भरने का नोटिस दिया गया है। इसके बाद यदि बिजली बिल की अदायगी होती है तो करीब 2.24 लाख रुपये का जुर्माना लग जाएगा। इस मकान का बिजली बिल पहले भी गलत आया था। इसी तरह फ्लैट नंबर 372 जीएफ निवासी हुकम सिंह के फ्लैट का बिजली बिल करीब 47 हजार रुपये आया है। फ्लैट नंबर 182 के ग्राउंड फ्लोर पर छत्रपाल अरोड़ा रहते हैं, जिनका बिजली बिल 99 हजार रुपये से अधिक आया है।

ऐसे ही कुछ दिनों पहले, उत्तर प्रदेश में एक ऐसी ही घटना हुई थी। जहां एक किसान को 26 लाख रुपये का बिजली बिल मिला था। गंगा घाट थाना क्षेत्र के बेहटा गांव के रहने वाले रामू राठौर को 26 लाख रुपये का बिजली बिल मिला था। किसान रामू राठौर का परिवार इतना बड़ा बिल देखकर हैरान रह गया। तब से, किसान बिजली विभाग के चक्कर लगा रहा है। लेकिन, कोई भी उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है। उसके पास खुद की कोई जमीन नहीं है और वह पांच लड़कियों से शादी करना चाहता है।

  रामु ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मुझे 26 लाख रुपये का बिल कैसे मिला। उन्होंने कहा अधिकारियों को इसके बारे में बताया तो वे केवल आश्वासन दे रहे थे और किसी ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया।