सच आएगा सामने…बंगाल में चुनावी हिंसा की जांच के लिए चार सदस्यीय दल रवाना  

ऑनलाइन टीम. नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किय  है।  मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया है। बता दें कि बंगाल में कथित हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार को स्पष्ट तौर पर कहा था कि राज्य सरकार द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजने की सूरत में इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। बुधवार को भेजे गए स्मरण पत्र में गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से कहा कि तीन मई को राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा पर तत्काल रिपोर्ट तलब की गई थी। अब तक रिपोर्ट नहीं भेजी गई है। इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।

ममता बनर्जी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जिन इलाकों में हिंसा और झड़प हो रही है, वहां पर भाजपा चुनाव जीती है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राज्य सचिवालय ‘नबन्ना में बनर्जी ने कहा कि पहली बात तो यह कि सोशल मीडिया पर हिंसा के जो वीडियो साझा किए जा रहे हैं, उनमें से अधिकतर या तो फर्जी हैं या पुराने हैं। दूसरा यह कि ये घटनाएं तब हुई जब कानून व्यवस्था निर्वाचन आयोग के अधीन था। ममता बनर्जी ने कहा, ‘यदि कोई भी किसी भी घटना में लिप्त पाया जाएगा तो हम उससे कड़ाई से निपटेंगे। हम यहां अराजक स्थिति सहन नहीं करेंगे।’

बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा का इतिहास बहुत पुराना रहा है। चुनावों के दौरान केंद्रीय बलों की मौजूदगी की वजह से पहले जैसी हिंसा तो नहीं हुई, लेकिन नतीजों के सामने आने के बाद राज्य के विभिन्न इलाकों में हिंसा भड़क गई। तमाम राजनीतिक दलों के दर्जनों दफ्तरों और उनके कार्यकर्ताओं के मकानों में आगजनी और तोड़फोड़ के वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे सैकड़ों पोस्ट और ट्वीट्स हैं, जिनसे बंगाल के चुनावी हिंसा की आग में जलने की पुष्टि होती है।

हालांकि ऐसे तमाम पोस्ट और ट्वीट्स की आधिकारिक पुष्टि संभव नहीं है। पुलिस ने फिलहाल यह नहीं बताया है कि मृतक या हमलावर किस राजनीतिक पार्टी से जुड़े थे। पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में अब तक 28 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और ऐसे तमाम मामलों की जांच की जा रही है।