मुंबई, 1 दिसंबर
कोरोना को देखते हुए ऑनलाइन पढाई जारी है। विधार्थियों और कुछ शिक्षकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौजूदा स्थिति में टेक्नोलॉजी व अध्ययन व अध्यापन की प्रक्रिया बदल गई है। इसके लिए टेक्नोलॉजी फोरम तैयार की जाएगी। स्कूली शिक्षक, शिक्षा अधिकारी, एनसीआरटी व बालभारती के संयुक्त रूप से शिक्षा क्षेत्र में बदलाव व नई चुनौती की समीक्षा की जा रही है। भविष्य में यह अधिक टेक्नोलॉजी के संदर्भ में ट्रेनिंग दी जाएगी। यह जानकारी शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने दी.
राज्य के कुछ जिलों में स्कूलों में प्रत्यक्ष रूप से पढाई शुरू हो गई है और जहां पर स्कुल नहीं खुली है वहां ऑनलाइन पढाई हो रही है। कोरोना काल में शिक्षक, अभिभावक व विधार्थी दवारा दिखाए गए संयम और आत्मविश्वास की निश्चित रूप से प्रशंसा होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा क्षेत्र के विधार्थियों की दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण भाग के रूप में परीक्षा है। इस परीक्षा सिस्टम में कोई भी बदलाव की उम्मीद नहीं है। लेकिन दसवीं और बारहवीं की परीक्षा इस वर्ष देरी से होगी। महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक ो उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षा इस वर्ष देरी से यानी अप्रैल महीने के आखिरी सप्ताह व मई महीने की शुरुआत में होने की संभावना है।
विधार्थियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास
महाराष्ट्र राज्य बोर्ड के विधार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली स्पर्धा [परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। ऐसा करते हुए जिला स्तर पर सरकारी स्कूलों के विधार्थियों की संख्या बढ़ाने का हमारा प्रयास रहेगा।