हिंगणघाट जिन्दा जलाने के मामले में पीड़िता का संघर्ष आख़िरकार शांत हुआ, 7वे दिन निधन 

हिंगणघाट, 10 फरवरी : हिंगणघाट पीड़िता की पिछले कई दिनों से जीवन के साथ चल रहा संघर्ष आख़िरकार आज खत्म हो गया. उन्होंने आज सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर आखिरी सांस ली. पिछले दो दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. हार्ट, लीवर, किडनी जैसे अंग पूरी तरह से काम करना बंद कर चुका था।  इसके बाद डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी.
हिंगणघाट की प्रोफेसर को नांदुरी चौक में एक तरफ़ा प्रेम में  प्रेमी ने पेट्रोल डाल उसे जलाने का प्रयास किया था. इस घटना में वह 40% जल गई थी.  लेकिन इस घटना में जलने के दौरान धुआं से उसकी श्वासनलिका ख़राब हो गई थी. पिछले 8 दिनों से वह जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही थी. डॉक्टरों का उसे बचाने का प्रयास काम नहीं नहीं आया और आज उसका निधन हो गया. उसके  निधन से राज्य में हर तरफ शोक की लहर फ़ैल गई है.