ताऊते की तबाही से उबरे नहीं, अंडमान के पास  बनने लगा नया तूफान  

ऑनलाइन टीम. नई दिल्ली : अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान ताऊ ते की तबाही अभी बाकी ही है कि एक दूसरा तूफान फिर सिर उठा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, अंडमान के पास एक नया तूफान विकसित होने के संकेत मिले हैं। यह 23 मई को पूर्वी तट की ओर बढे़गा। इसका ट्रैक, दिशा और अन्य जानकारियों के बारे में एक-दो दिन में स्थिति साफ होगी। बताया गया है कि  अंडमान द्वीप समूहों, अंडमान सागर और मध्यपूर्वी एवं दक्षिणपूर्वी बंगाल की खाड़ी से सटे इलाकों में इसका सीधा असर पड़ेगा। निकोबार द्वीपसमूहों के ऊपर भी समुद्री स्थितियां खराब रहेंगी।

मौसम जानकारों के अनुसार, तूफान की उत्पत्ति तब होती है, जब समुद्री जल का तापमान 79 डिग्री फारेनहाइट (26.1 डिग्री सेल्सियस) से बढ़ जाता है। जैसे-जैसे गर्म जल वाष्प में बदलता और ऊपर वातावरण में पहुंचता है, यह ठंडी हवा से मिलकर प्रतिक्रिया करता है और तूफान के रूप में समाने आता है। उच्च तापमान से ऊर्जा का स्तर बढ़ता है, जो आखिर में हवाओं की रफ्तार, बारिश और अन्य कारकों को प्रभावित करता है। जब तापमान बढ़ता है तो वातावरण में मॉइश्चर (नमी) बढ़ जाता है। हवा में नमी अधिक होने से जब वो कम या ज्यादा तापमान वाले क्षेत्रों में पहुंचती है तो अत्यधिक शक्तिशाली सिस्टम बन जाता है जिससे बिजली गिरना, भारी बरसात, ओला वृष्टि या अत्यधिक बर्फ गिरने की स्थिति बन जाती है।

अभी तूफान ताऊते गुजरात की ओर है। यह चक्रवात 155 से 165 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार के साथ गुजरात तट को पार करेगा। इसकी रफ्तार बढ़कर 185 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जायेगी।  शाम से सौराष्ट्र के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और दक्षिण गुजरात में कहीं कहीं मूसलाधार वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। सौराष्ट्र के तटीय इलाकों में समुद्र में सामान्य से ऊंची लहरें उठने की संभावना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भीषण चक्रवाती तूफान ताऊ ते के मद्देनज़र गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से फोन पर बातचीत में स्थिति का जायजा लिया। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रधानमंत्री को चक्रवात ताऊ ते के असर को कम करने के लिए राज्य की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।