मुंबई, 26 मई : फ़ोन टैपिंग मामले में आखिरकार आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला का बयान ले लिया गया है। बयान दर्ज करने के लिए बीकेसी साइबर पुलिस की टीम हाल ही में हैदराबाद गई थी। इससे पहले पूछताछ से गैरहाज़िर रहने को लेकर रश्मि शुक्ला को मुंबई साइबर ने दो बार समन्स भेजा था।
राज्य सीआईडी के प्रमुख रहते हुए रश्मि शुक्ला ने कुछ प्रमुख लोगों और मंत्रियों की फ़ोन टेप कर पुलिस विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग रैकेट होने की रिपोर्ट तैयार की थी। फ़ोन टैपिंग मामले में भारतीय टेलीग्राफ एक्ट की धारा 30 इनफार्मेशन एंड टेक्नोलॉजी एक्ट के अनुसार और ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट 05 के अनुसार बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। इस केस में पूछताछ के लिए साइबर पुलिस ने रश्मि शुक्ला को समन्स भेजा था।
शुक्ला फ़िलहाल केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर है। वह केंद्रीय रिज़र्व पुलिस विभाग में अतिरिक्त महासंचालक के पद पर कार्यरत है। कोरोना काल में मुंबई नहीं आ पाने के कारण ईमेल के जरिये सवाल भेजने की मांग शुक्ला ने की थी। जबकि पुलिस ने पूछताछ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने रश्मि शुक्ला से बयान दर्ज करने की परमिशन दी थी। शुक्ला का बयान उनके वकील के सामने दर्ज हो जिसकी विडिओग्राफी करने के निर्देश पुलिस को दिए गए थे। हाल ही में बीकेसी साइबर पुलिस की टीम हैदराबाद गई थी। इस टीम ने रश्मि शुक्ला का बयान ले लिया है। आगे की कार्रवाई के लिए मुंबई पुलिस तकनीकि सबूत जुटा रही है।