10वीं के बाद 12वीं की परीक्षा भी रद्द करने की दिशा में बढी राज्य सरकार

मुंबई : 10वीं की परीक्षा रद्द करने के बाद मूल्यांकन कैसे करना है, इस बारे में अभी तक राज्य का शिक्षा विभाग निर्णय नहीं ले पाया है, ऐसे में अब 12वीं की परीक्षा के लिए विकल्प तलाशने चाहिए, ऐसी भूमिका केंद्रीय स्तर पर आयोजित बैठक में लिया गया। इसलिए 10वीं के बाद 12 वीं की परीक्षा रद्द करने की ओर राज्य सरकार अग्रसर हो रही है।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और अन्य केंद्रीय, अंतरराष्ट्रीय बोर्ड, स्टेट बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। उसके बाद अभिभावकों ने 12वीं की परीक्षा रद्द करने की भी मांग की। इसी सिलसिले में रविवार को केंद्रीय स्तर पर बैठक हुई। इसमें राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने अपनी राय रखी। छात्र की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। 12वीं कक्षा के छात्रों के मूल्यांकन का फॉर्मूला केंद्रीय स्तर पर समान होना चाहिए, जबकि 12वीं कक्षा के छात्रों का मूल्यमापन बोर्ड की परीक्षा के अलावा अन्य तरीकों से संभव होने का मत विशेषज्ञों ने व्यक्त किया है, ऐसा गायकवाड ने कहा।

‘छात्रों के स्वास्थ्य और मानसिकता पर विचार करने की आवश्यकता है। बारहवीं के बाद कई कोर्स में प्रवेश एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से होता है। 12वीं की परीक्षा के बारे में जो अनिश्चितता है वो जल्द से जल्द दूर कर छात्र के हित में निर्णय लेना आवश्यक है। छात्रों के मूल्यांकन के लिए एक ही सूत्र होना चाहिए। इसी तरह से शिक्षकों को प्राथमिकता रूप से टीकाकरण करने की आवश्यकता है। इस बारे में मुख्यमंत्री और विशेषज्ञों से चर्चा कर इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा, ऐसा गायकवाड़ ने बैठक में कहा।