पैंगोलिन तस्करी करनेवाली टोली को वन विभाग ने किया गिरफ्तार

 

पुणे: दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन की तस्करी करने वाली टोली को पुणे वन विभाग ने पकड़ा है। यह कारवाई जुन्नर और संगमनेर परिसर में हुई है। वन विभाग की टीम ने जाल बिछा कर चार आरोपियो को कब्ज़े में लिया है।

महेंद्र मच्छिंद्र केदार (उम्र 25), सागर भीमा डोके (उम्र 25, दोनो निवासी. साकुर तालुका‌‌- संगमनेर, जि- अहमदनगर), अशोद दादा वारे (उम्र 29, नि. तहराबाद, ता. राहुरी, जि. अहमदनगर), अनिल धोंडिबा भालेकर (उम्र 62, नि. विठ्ठल्वाडी, ता. जुन्नर, जि. पुणे) को गिरफ्तार किया गया है।

जंगल में पाये जाने वाले दुर्लभ प्रजाति के पैंगोलिन की बिक्री पर रोक लगायी गयी है। रोक लगने के बाद भी बड़े पैमाने पर इन प्राणियो की तस्करी की जाती है। पैंगोलिन की विदेशो में बड़े पैमाने पर मांग है इस कारण इसकी तस्करी की जाती है। पुणे-नाशिक हाईवे पर संगमनेर तालुके के घरगांव परिसर में पैंगोलिन बिक्री के लिए कुछ लोगो के आने की जानकारी वन विभाग पुणे कार्यालय के उपवनसंरक्षक राहुल पाटिल को मिली थी।

मिली जानकारी के आधार पर टीम ने जाल बिछा कर आरोपियो को पकड़ा। उनसे जब पूछताछ की गयी तो पैंगोलिन लेन देन में शामिल होने की बात उन्होने कबूली। गिरफ्तार किये गये आरोपियो को पुणे के शिवाजी नगर कोर्ट में हाज़िर किया गया। कोर्ट ने आरोपियो को 18 फरवरी तक वन विभाग की कस्टडी में रखने का आदेश दिया है। यह कारवाई उपवनसंरक्षक राहुल पाटिल के मार्गदर्शन में सहायक वन संरक्षक मयूर बोठे, फॉरेस्ट रेंज अधिकारी दीपक पवार, सचिन रघतवान, महेश मेरगेवाड ने की है।