मनपा आयुक्त ने की जिम्मेदार नागरिक बनने और सावधानी बरतने की अपील

पुणे सामाचर ऑनलाइन – पिंपरी। बीते कुछ दिनों से पिंपरी चिंचवड़ शहर में महामारी कोरोना के संक्रमितों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। गुरुवार को लगातार दूसरे दिन 400 से अधिक मरीज मिले हैं। जहां कल 425 मरीज मिले थे वहीं आज उनकी संख्या 453 तक पहुंच गई है। बढ़ते आंकड़े शहर के लिए ‘पैनिक’ जैसे नहीं लेकिन चिंता जताने लायक जरूर हैं। यह बताकर मनपा आयुक्त राजेश पाटिल ने शहरवासियों से जिम्मेदार नागरिक बनने और कोरोना के नियमों का पालन करते हुए सावधानी बरतने की अपील की है।

आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबंधित करते हुए मनपा आयुक्त ने कहा कि, संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर मनपा अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में बेड्स तैयार रखने की सूचना दी गई है। एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट बढाने के साथ ही ‘कांटेक्ट ट्रेसिंग’ पर जोर दिया जा रहा है। नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, खुद सावधानी बरतनी होगी। कोविड के प्राथमिक लक्षण नजर आने पर खुद जांच कराएं। भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, यह अपील भी उन्होंने की।

इस संवाददाता सम्मेलन में मनपा के अतिरिक्त आयुक्त विकास ढाकणे, अजित पवार, अतिरिक्त स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन सालवे मौजूद थे। आयुक्त राजेश पाटिल ने कहा कि, गत सप्ताह से शहर में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। हालांकि इसमें कोरोना के नए स्ट्रेन के मरीज नहीं हैं पुराने स्ट्रेन के मरीज ही हैं। इसे ध्यान में लेकर टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।फिलहाल रोजाना 2 हजार टेस्टिंग हो रही है उसे एक हजार से बढ़ाया जायेगा। इसके लिए निजी अस्पतालों को टेस्टिंग में शामिल करने का नियोजन कर यह संख्या 4 हजार रोजाना करने का नियोजन किया जा रहा हैं। 18 से 60 आयु समूह में कोरोना ग्रस्तों की संख्या ज्यादा है। इसके चलते इस आयु के लोगों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जाएगा। प्रत्येक कोरोना मरीज के कांटेक्ट ट्रेसिंग के जरिये 20 लोगों की टेस्ट की जाएगी।

रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी साझा करते हुए आयुक्त ने कहा कि मनपा ने महामारी के संक्रमण काल में सुपर स्प्रेडर को ढूंढ निकालने के लिए उड़न दस्ते गठित किये हैं जिसमें मनपा, राज्य उत्पादन शुल्क विभाग, पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों का समावेश किया गया है। ये दस्ते भीड़ भाड़ वाली जगहों, सब्जी मंडी, शॉपिंग मॉल में चेकिंग करेंगे। चेकिंग के लिए मनुष्यबल बढाने की कोशिश जारी है। उड़न दस्ते मास्क इस्तेमाल न करने, खुले में थूकने और कोरोना के नियमों का पालन न करनेवालों को दंडित करेंगे। समारोहों, होटलों व कार्यक्रमों की जगहों पर जाकर नियमों का अनुपालन हो रहा है या नहीं, यह जांच करेंगे। बिना मास्क वाले लोगों से एक करोड़ 64 लाख और खुले में थूकनेवालों से 8 लाख 21 हजार रुपए दंड वसूला गया है।