मावल में पुल का बड़ा हिस्सा ढहा; 2 गावों का संपर्क टूटा 

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – पुणे जिले में सोमवार के तड़के तब खलबली मच गई जब मावल तालुका में तलेगांव से आंबी समेत दो गावों को जोड़ने वाला नदी पर बने एक पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया। इस घटना से दोनों गावों का संपर्क टूट गया है। हालांकि यह घटना देर रात घटी और पुल ढहने से कुछ देर पहले ही एक कंपनी की बस पुल पर से गुजरी थी। उसके बाद पुल पर कोई आवाजाही न थी जिससे कोई हताहत नहीं हुई। बताया जा रहा है कि इस पुल को बने 50 साल से भी अधिक का समय हो चुका। पुलों के सर्वेक्षण में इस पुल को खतरे से भरा बताया गया है। मगर उसकी दुरुस्ती के लिहाज से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हालांकि उस पर से भारी वाहनों की यातायात बंद की गई है।
तलेगांव स्टेशन, यशवंतनगर मार्ग से एमआईडीसी की ओर जाने वाले रोड पर इंद्रायणी नदी पर आंबी स्थित तकरीबन 50 वर्ष पुराना पुल का एक बड़ा हिस्सा आज सुबह सवा छह बजे के करीब अचानक ढह गया। जब यह हादसा हुआ उससे कुछ देर पहले ही एमआईडीसी की एक कंपनी की बस कर्मचारियों को लेकर पुल से गुजरी थी, अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। यह पुल काफी पुराना और कमजोर जर्जर हो जाने से गत पांच साल से इस पुल पर भारी वाहनों की यातायात बन्द की गई है। मगर बंदी आदेश का उल्लंघन करते हुए कई ट्रक और बसें इस पुल पर से गुजरती है। आज सुबह भी हादसे से पहले दस से 12 बसें इस पुल पर से गुजरी हैं। इसके बाद सवा छह बजे पुल का बड़ा हिस्सा बड़े आवाज के साथ ढह गया।
इस हादसे की खबर मिलते ही आंबी ग्रामपंचायत के भूतपूर्व उपसरपंच भरत घोजगे, सदस्य बाबासाहेब घोजगे, पुलिस पाटील भानुदास दरेकर, अशोक घोजगे, जयराम मापारी, दत्तात्रय कानकुडे, पूर्व उपसरपंच नंदकुमार घोजगे, चंद्रकांत घोजगे आदि ने मौके पर पहुंच कर मुआयना किया और यहां की यातायात रोक दी। चार साल पहले स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार को ज्ञापन देकर पुल की जर्जर हालत से अवगत कराया था। तब पुल के दोनों तरफ बोर्ड लगाकर भारी वाहनों की यातायात पर रोक लगाई गई। इसी रोड पर एक पुलिया भी ढह गई थी इसकी दुरुस्ती के बाद भारी वाहनों की इस रोड और पुल से आवाजाही शुरू हो गई। अब पुल ढहने से तलेगांव जाने के लिए कातवी पुल से बड़ा चक्कर काटने के अलावा कोई चारा नहीं रहा है। अब यहां नए से मजबूत पुल बनाने की मांग ग्रामीणों ने की है।