व्हाट्सएप पे के आने से पेटीएम को हो सकता है नुकसान, ये है कारण

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाईन – फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने 24 अप्रैल को यह घोषणा की थी कि कंपनी भारत में व्हाट्सएप पे लांच करने की तैयारी कर रहा है। तभी से डिजिटल  पेमेंट्स कंपिनयों को यह स्पष्ट संदेश मिल गया था कि उन्हें अपनी जमीन संभालने की जरूरत है।

एमेजन ने हाल ही में पियर टू पियर (पीटूपी) ट्रांजेक्शन बाजार में अपने एंड्रॉएड ग्राहकों के लिए एमेजन पे यूपीआई लांच किया है। गूगल पे ने भी 4.5 करोड़ यूजर्स के साथ अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज कराई है। गूगल पे पर मार्च में 81 अरब डॉलर का लेन-देन किया गया।

माना जा रहा है कि व्हाट्सएप पे वास्तविक क्रांतिकारी साबित होने वाला है। इसके पीछे वजह यह है कि इसके पास डिजिटल पेमेंट्स में मार्केट में ऊपर आने की क्षमता है। भारत में व्हाट्सएप के 30 करोड़ यूजर्स है (फेसबुक पर भारत में 30 करोड़ अन्य यूजर्स) और इसके पीटूपी यूपीआई भुगतान सेवा शुरू करते ही यह 23 करोड़ यूजर्स वाले पेटीएम से आगे निकल जाएगा।

सीएमआर के इंडस्ट्री इंटेलीजेंस ग्रुप के प्रमुख प्रभु राम ने कहा, भारतीयों को व्हाट्सएप से प्यार है और वे इसके माध्यम से होने वाले लेन देन की सेवा को पसंद करता है। मैं अनुमान लगा रहा हूं की  उद्यमी, छोटे और मध्यम उद्योग व्हाट्सएप पे अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे उनकी साख बढ़ेगी। इस चलन से उन्हें बैंक जैसे आम संसाधनों से ॠण लेने में आसानी होगी। पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा ने पिछले साल ट्विटर के माध्यम से व्हाट्सएप की मूल कंपनी फेसबुक पर हमला शुरू किया था। शर्मा ने ट्वीट किया था कि मूल फीचर्स को निशुल्क देकर भारत के खुले इंटरनेट बाजार को जीतने में असफल रहने के बाद फेसबुक दोबारा लड़ाई में है।